राजधानी देहरादून में लगातार सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं जो कि थमने का नाम नहीं ले रही है लगातार लोगों को सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवानी पड़ रही है ज्यादातर सड़क दुर्घटनाओं का कारण वाहनों का ओवरलोड और ओवर स्पीड होना है।
शिमला रोड पर डंपर ने स्कूटी सवार को रौंदा
जिसमें अभी की ताजा दुर्घटना में शिमला रोड पर शेरपुर गांव के एक नौजवान स्कूटी सवार युवक जोकि सेलाकुई कंपनी से ड्यूटी करके अपने घर जा रहा था जिसको ओवरलोड खनन सामग्री भरे बेकाबू डंपर ने कुचल डाला युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई डंपर का ड्राइवर मौके से फरार हो गया जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने डंपर को आग के हवाले कर दिया।
पेड़ से टकराई स्कूल बस मासूम छात्रा की गई जान
वहीं दूसरी घटना में उसके अगले दिन विकासनगर यमुनोत्री मार्ग जिलालिया क्षेत्र में एक स्कूल बस ओवरस्पीड के कारण पेड़ से जा टकराई जिसमें एक 12 साल की बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई कई अन्य छात्र घायल हो गए।
ओवरलोड भरे खड़े डंपर नो एंट्री खुलने की इंतजार में
आपको बता दें कि पोंटा साहिब हिमाचल प्रदेश से और पछवादून की यमुना नदी के खनन पट्टों से खनन सामग्री को डंपरो के जरिए देहरादून शहर ले जाया जाता है जोकि नो एंट्री खुलने के कारण रात्रि के समय में ही खनन सामग्री का परिवहन करते हैं फिलहाल क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों पर कोई नियंत्रण ना होने के कारण सभी डंपर ओवरलोड खनन सामग्री भरकर पछवादून की सड़कों पर दौड़ते हैं रात्रि में नो एंट्री खुलने से सुबह नो एंट्री होने के अंतराल ज्यादा चक्कर लगाने के चक्कर में खनन सामग्री से ओवरलोड भरे डंपरों को ड्राइवर ओवर स्पीड भगाते हैं जिसके चलते अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं और लोगों को यूं ही जान गंवानी पड़ती है
रूट की बसों में भरी ओवरलोड सवारियां
दूसरी ओर सवारियों को ली जाने वाली बसें भी ज्यादा कमाई के चक्कर में क्षमता से अधिक सवारियों को ठूंस ठूंस कर भर्ती हैं पर इन बसों पर नियंत्रण करने के लिए कोई संबंधित विभाग किसी प्रकार का कदम नहीं उठाता है
परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन ओवर स्पीड और ओवरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है जिसका परिणाम सड़क दुर्घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
रिपोर्ट-राजिक खान