विकासनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत लगातार पिछले कई महीनों से कुछ ग्राम पंचायतों में अवैध रूप से पीठ बाजार का संचालन हो रहा है जिसमें ग्राम प्रधानों से मिलीभगत कर ठेकेदार दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहे हैं।
आपको बता दें कि ग्राम पंचायतों में पीठ बाजार का संचालन करवाया जाता है इस तरह के पीठ बाजार स्थानीय तहसीलदार की मौजूदगी में हर साल नीलामी के रूप में करवाए जाते हैं जिसमें खुली बोली बुलती है और किसी एक ठेकेदार ज्यादा बोली लगाने वाले के नाम पर ठेका छोड़ दिया जाता है बोली में लगाई गई आधी रकम ठेकेदार द्वारा पंचायत के खाते में जमा कर दी जाती है और आदि बाद में इसका लेखा-जोखा सब तहसीलदार और खंड विकास अधिकारी के पास रहता है उक्त खाते से ग्राम प्रधान अपनी पंचायत से जुड़े खर्चों में उस रकम का इस्तेमाल कर सकता है लेकिन खंड विकास अधिकारी और तहसीलदार के संज्ञान में लाने के बाद ।
आपको बता दें कि पिछले 2 वर्ष से लॉक डाउन की वजह से किसी प्रकार की कोई नीलामी पीठ बाजारों की नहीं हो पाई है लेकिन पिछले पांच छह महीनों से कुछ ग्राम पंचायतों कुल्हाल, बड़ा रामपुर, बाडवाला में पीठ बाजार लगाए जा रहे हैं और वहां के दुकानदारों से टैक्स के रूप में अवैध वसूली भी की जा रही है जिसका किसी प्रकार का कोई लेखा-जोखा ना करके सीधे-सीधे सरकारी टैक्स वसूली के नाम पर गबन किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम प्रधान द्वारा एक व्यक्ति की नियुक्ति पीठ बाजार में लगने वाली दुकानों से वसूली करने के लिए की गई है कुल्हाल ग्राम पंचायत और रामपुर ग्राम पंचायत में लगभग 400 से 450 दुकानें पीठ बाजार में लगती हैं जिनसे दुकान के आकार के हिसाब से ₹300 से लेकर 12 सो रुपए प्रति दुकान भी लिया जाता है जिसकी किसी दुकानदार को कोई वैध पर्ची भी नहीं काटकर दी जाती है अगर इस रकम का योग किया जाए तो प्रति हफ्ता लगभग 2 लाख रुपया से अधिक रकम वसूली जा रही है इसका किसी प्रकार का कोई रिकॉर्ड फिलहाल किसी के पास नहीं है।
वहीं जब इस बाबत तहसील विभाग से जानकारी चाही गई तो बताया गया कि किसी प्रकार की किसी भी पंचायत में किसी प्रकार के पीठ बाजार की नीलामी नहीं करवाई गई है और ना ही उनकी संज्ञान में है कि पीठ बाजार का संचालन कर वसूली की जा रही है यदि ऐसा हो रहा है तो नियम अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।