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डीजीपी ने यातायात को ले कर दिए दिशा निर्देश, सड़क पर खड़े स्कूल वाहन का अब कटेगा चालान

देहरादून: शहर में यातायात जाम के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार कुछ नामी निजी स्कूल हैं। स्कूलों के अंदर पार्किंग होने के बावजूद स्कूल के वाहन बाहर सड़कों पर खड़े हो रहे हैं।

पुलिस इन स्कूलों पर शिकंजा कसने के बजाय उनके स्कूलों के बाहर यातायात सुचारू करते हुए दिखाई देती है। रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित सामुदायिक संवाद कार्यक्रम में प्रबुद्ध नागरिकों ने शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था पर आक्रोश जताया और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर और पुलिस अधीक्षक अक्षय कौंडे को निर्देशित किया कि स्कूलों के बाहर कोई स्कूली वाहन पार्क नहीं होना चाहिए।

यदि किसी भी स्कूल के बाहर कोई वैन या बस खड़ी दिखती है तो तत्काल उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। संवाद कार्यक्रम में शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने नगर की यातायात व्यवस्था से संबंधित शिकायतों एवं सुझावों को रखा।

इस दौरान स्मार्ट सिटी निर्माण कार्यों के कारण शहर की दुर्दशा पर आमजन ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को स्मार्ट सिटी का सपना दिखाकर जगह-जगह सड़कें खोद दी गईं।

अनियोजित ढंग से काम चल रहा है, जिस कारण आमजन को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस समय स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य यातायात जाम की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इस पर डीजीपी ने कहा कि शहर में कोई बड़ा प्रोजेक्ट शुरू होता है तो थोड़ी कठिनाई होती ही है।

डीजीपी ने दिए निर्देश

-सभी स्कूल प्रबंधन स्कूल वैन को किसी भी दशा में सड़क पर पार्क नहीं करेंगे। स्कूल वैन को स्कूल परिसर में समुचित स्थान पर पार्क की जाएगी। जो इस व्यवस्था का पालन नहीं करेगा, उन पर कार्रवाई की जाएगी।

-जिस स्कूल प्रबंधन की ओर से स्कूल खुलने व बंद होते समय यातायात व्यवस्था सुचारू रखी जाएगी, उन्हें रोल माडल बनाकर अन्य स्कूलों में भी उनकी व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इसके लिए उन स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक की जाए।

-स्कूलों में पूर्व की तरह जूनियर ट्रैफिक फोर्स में चयनित छात्र-छात्राओं को ट्रैफिक वालिंटियर में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा स्कूल-कालेजों में एनसीसी के छात्र-छात्राओं को भी इसमें शामिल किया जाएगा।

-देहरादून के प्रत्येक मोहल्ले के लिए मोहल्ला ट्रैफिक कमेटी का गठन किया जाएगा। इसके अंतर्गत मोहल्ले क्षेत्र के सभी यातायात विषयों पर उस मोहल्ले के व्यक्तियों की एक कमेटी बनाई जाएगी, जिनके साथ जिले की यातायात पुलिस समय-समय पर बैठक आयोजित कर मोहल्ले की यातायात समस्याओं का निराकरण करेगी।

-यातायात कर्मियों को एसडीआरएफ की तरह बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशक्षिण कराया जाएगा।

-मोडिफाइड, रेट्रोसाइलेंसर व शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यातायात पुलिस को घेरा

यातायात पुलिस की ओर से त्यागी रोड को वन वे कर दिया गया है। इसका स्थानीय जन से फीडबैक तक नहीं लिया गया। सामुदायिक संवाद में इसका विरोध किया गया। इस दौरान डीजीपी ने पुलिस अधीक्षक यातायात को निर्देशित किया कि कोई भी सड़क वन-वे करने से पहले स्थानीय प्रबुद्धजन की जरूर सलाह लें। एक बार फिर बातचीत करने के बाद ही इस पर फैसला लें।

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