अब केंद्र सरकार ने RT-PCR की शर्तों में बदलाव करते हुए एक से दूसरे राज्य में जाने के लिए इसकी अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। साथ ही आईसीएमआर की दूसरी सिफारिश को भी मान लिया गया है, जिसके तहत पांच दिन बुखार न होने पर मरीज को RT-PCR की जांच बिना ही अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा।
ऐसे में लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लोगों को ट्रैवल करने से पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ता। इससे आशंका बढ़ जाती कि कहीं टेस्ट कराने की जद्दोजहद में ही वे कोरोना की जद में न आ जाएं।
पिछले दिनों भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने भी सिफारिश की थी कि एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा करने वाले स्वस्थ लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट कराने की जरूरत पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है क्योंकि इससे जांच प्रयोगशालाओं पर बोझ बढ़ रहा है। साथ ही रैपिड ऐंटिजन टेस्ट (RAT) या RT-PCR टेस्ट में संक्रमित पाए गए लोगों की दोबारा आरटी-पीसीआर जांच नहीं कराने का भी परामर्श आईसीएमआर की ओर से दिया गया था।