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आबकारी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही पर मुख्यमंत्री एवं आबकारी कमिश्नर से पुनः प्रशिक्षण की मांग…

 

मुख्यंत्री उत्तराखंड एवं आबकारी कमिश्नर उत्तराखंड से लगाई आबकारी विभाग के अधिकारियों को पुनः विभागीय प्रशिक्षण देने की गुहार

सीएम हेल्पलाइन 1905

सीएम हेल्पलाइन 1905 पर दर्ज शिकायत को लेकर आबकारी विभाग देहरादून के अधिकारी कितने सतर्क एवं तत्पर हैं इसका जीता जागता उदाहरण विश्व उपभोक्ता संगठन भारत के जिला उपाध्यक्ष देहरादून सुमित कुमार के द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई गई एक शिकायत पर देखने को मिला हैं।

 

 

जहां एक तरफ निरंतर रूप से मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी के द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर सभी विभागों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि बारीकी से शिकायतों का अवलोकन कर शिकायतों का निस्तारण करें ।

 

 

प्रकरण

वहीं आबकरी विभाग देहरादून में जिला आबकारी अधिकारी के पद पर तैनात रहे राजीव सिंह चौहान के द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई जाय शिकायत पर लगभग 03 महीने तक सिर्फ यह अंकित किया गया कि ” निरीक्षण में ओवर रेटिंग पाई गई और दुकानदार का चालान किया गया” परंतु विश्व उपभोक्ता संगठन भारत के जिला उपाध्यक्ष द्वारा 27 अप्रैल 2024 को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक अंग्रेजी शराब के ठेके पर ओवररेटिंग की पुष्टि पाई गई थी जिस पर मौके पर आबकारी विभाग के आने के बाद ओवर रेटिंग की पुष्टि की गई थी और बीयर एवं हाफ को जब्त भी किया गया था।

हैरानी इस बात पर हुई की सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के माध्यम से आबकारी विभाग द्वारा बनाई गई चार्ज शीट एवं चालान की राशि की जानकारी चाही गई थी जिसे जिला आबकारी अधिकारी राजीव सिंह चौहान द्वारा नही बताया गया और बार बार विभागीय निरीक्षण 02 मई में दर्शाकर रुपए 50,000 के चालान की राशि उक्त दुकानदार द्वारा 28 अगस्त में भरवाकर दिखाया गया।

 

 

आरोप:-

उक्त प्रकरण पर जिला आबकारी अधिकारी द्वारा लगातार गलत रिपोर्ट लगाकर गुमराह किया गया और साथ ही राज्य सरकार एवं आबकारी विभाग की नियमावली अनुसार प्रथम बार 50,000 की राशि का चालान दूसरी बार 75, 000 राशि का चालान किया जाना था परंतु आज तक सिर्फ 50,000 का चालान ही किया गया है। जिससे अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े उठे हैं।

मुख्यमंत्री एवं आबकारी कमिश्नर से लगाई आबकारी अधिकारियों को पुनः विभागीय प्रशिक्षण देने की गुहार

सीएम हेल्पलाइन पर झूठी आख्या उपलब्ध कराने के चलते जिला उपाध्यक्ष सुमित कुमार द्वारा मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं आबकारी कमिश्नर उत्तराखंड को पत्र भेजकर आग्रह किया था कि ऐसे अधिकारीयों की पुनः विभागीय प्रशिक्षण कराने की मांग की चूंकि इन्होंने विभाग के साथ साथ राज्य सरकार को भी आर्थिक नुकसान पहुंचाने का कार्य किया है।

ज्वाइंट कमिश्नर आबकारी रमेश सिंह ने लिया प्रकरण का संज्ञान

जिला आबकारी अधिकारी को सचेत किया

 

4 सितंबर 2024 को उत्तराखंड आबकारी विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर रमेश सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए वर्तमान में तैनात जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोला को सचेत करते हुए कहा कि “27 अप्रैल 2024 को हुई ओवर रेटिंग के संबंध में कार्यवाही करने के बजाय 02 मई 2024 को निरीक्षण में पाईं गई ओवर रेटिंग पर जमा किया गया अर्थदंड रुपए 50,000 का चालान दर्शाया जा रहा हैं जबकि दूसरी ओवर रेटिंग में 75,000 का चालान किया जाना चाहिए था । उक्त स्थिति अत्यंत खेदजनक तथा आपका आपके दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही प्रदर्शित करता है।

निर्देश जारी किए 👇

 

रमेश सिंह ज्वाइंट कमिश्नर आबकारी विभाग उत्तराखंड ने जिला आबकारी अधिकारी देहरादून को निर्देश दिए कि ” शिकायत के संबंध में शिकायतकर्ता से संपर्क करते हुए प्रथम बार 27 अप्रैल 2024 को हुई ओवर रेटिंग तथा तत्पश्चात 02 मई 2024 को निरीक्षण में पाईं गई ओवर रेटिंग के संबंध में नियमानुसार कार्यवाही कर शिकायत का संतोष जनक एवं गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण करना सुनिश्चित करें।

 

 

लगातार जिला देहरादून एवं पछवादून में ओवर रेटिंग के मामलों में सक्रिय संगठन विश्व उपभोक्ता संगठन भारत के जिला उपाध्यक्ष सुमित कुमार ने कहा कि यदि आबकरी विभाग अपने ही नियमों की अवहेलना नही कर पा रहा हैं तो ऐसी अधिकारियों को पुनः प्रशिक्षण देने की नितांत आवश्यकता हैं और लापरवाही के चलते ऐसे अधिकारीयों पर भारी भरकम शास्ति/पेनल्टी लगाई जानी चाहिए ताकि ऐसी लापरवाही पुनः अधिकारी ना करें। साथ ही यह भी बताया कि उपभोक्ता संगठन लगातार क्षेत्र में ओवर रेटिंग की शिकायतों पर सक्रिय है जल्दी ही पछवादून क्षेत्र में भी औचक निरीक्षण किए जायेंगे और ओवर रेटिंग की पुष्टि होने पर चालान कार्यवाही करवाई जाएगी

 

 

 

 

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