देहरादून: जिला प्रशासन अब जनता को नशामुक्ति केंद्रों की व्यवस्था के भरोसे छोड़ने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि नशामुक्ति केंद्रों के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी करने के बाद अब यह देखने का निर्णय लिया गया है कि केंद्रों में मानकों का पालन किया जा रहा है, या नहीं।
इस क्रम में जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान व एसपी सिटी सरिता डोबाल के नेतृत्व में सहस्रधारा रोड व राजपुर क्षेत्र के तीन नशामुक्ति केंद्रों पर छापेमारी की गई। इस दौरान अधिकारियों ने नवचेतना, ब्राइट फ्यूचर व नवकिरन नशामुक्ति केंद्रों की व्यवस्था जांची।
सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान के मुताबिक, ब्राइट फ्यूचर में एक मानसिक रोगी व दो बुजुर्ग व्यक्तियों को भी भर्ती किया गया था। इनमें से किसी को भी नशे की आदत नहीं थी। केंद्र संचालक को निर्देश दिया कि सभी को तत्काल उनके स्वजन के सुपुर्द किया जाए। उन्होंने बताया कि अभी भी कुछ नशामुक्ति अपने ही बायलाज का पालन नहीं कर रहे हैं। चेतावनी जारी की गई है कि भविष्य में ऐसे सभी केंद्रों को बंद करा दिया जाएगा। साथ ही विधिक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
उधर, जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि नशामुक्ति केंद्रों की समय-समय पर जांच के लिए समिति गठित की गई है। केंद्रों की व्यवस्था में सुधार के लिए दीर्घकालिक योजना पर भी काम चल रहा है। समिति को निर्देश दिए गए हैं कि मनमानी करने वाले नशामुक्ति केंद्रों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके लिए समय-समय पर छापेमारी जारी रहेगी।