देहरादून ब्यूरो। वर्ष 2019 में आजाद डिमरी नाम व्यक्ति ने थाना नेहरू कॉलोनी में इस बारे में मुकदमा दर्ज करवाया था। शिकायत में कहा गया था कि नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में ओजस्वी एसोसिएट नाम से फर्म चलाने वाले मृणाल धूलिया और उनकी पत्नी योगिता धूलिया ने नौकरी लगाने का झांसा देकर उनके साथ ठगी की है।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच की तो पता चला कि दंपति ने उत्तराखंड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में फार्मासिस्ट के पदों पर नौकरी लगवाने और उत्तराखंड सरकार से 90 पदों का सृजन करवाने के एवज में कई बेरोजगारों से लगभग 1 करोड़ 42 लाख रुपये ठगे हैं। और दोनों पति पत्नी फरार हो गए हैं।
पति गिरफ्तार, पत्नी फरार
पुलिस ने जांच का दायरा आगे बढ़ाया और आरोपियों को तलाश शुरू की तो उनका कहीं पता नहीं चल पाया। पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और अन्य माध्यमों की मदद से आरोपी मृणाल धूलिया को 7 जु़लाई 2020 को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया, वह अब भी जेल में है। लेकिन, पुलिस योगिता धूलिया का पता नहीं लगा पाई। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह लगातार फरार चल रही थी। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किये गये थे। पुलिस ने उस पर 15 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
मुंबई जाकर बदली पहचान
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने योगिता धूलिया की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून में ठगी करने और पति की गिरफ्तारी के बाद योगिता मुंबई चली गई थी, लेकिन वहां वह अपने ठिकाने बदल-बदल कर रह रही थी। उसने अपनी पहचान भी छिपा दी थी और एप्टेक कंप्यूटर सेंटर में कंप्यूटर शिक्षक के तौर पर काम कर रही थी। थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस और एसओजी की टीम ने आखिरकार मुंबई में योगिता धूलिया को गिरफ्तार कर लिया। महाराष्ट्र की एक अदालत में पेश करने के बाद पुलिस योगिता को ट्रांजिट रिमांड पर पूछताछ के लिए देहरादून ले आई है।
कोटद्वार की है आरोपी योगिता
पुलिस के अनुसार आरोपी योगिता धूलिया पत्नी मृणाल धूलिया (38) मूल रूप से ग्राम धूलकोट, कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली है और फिलहाल वह फ्लैट नंबर 401, बिल्डिंग नम्बर-12, ए-विंग गार्डिनिया तलोजा रायगढ़, नवी मुंबई में रह रही थी। एसएसपी ने योगिता धूलिया को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एक हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।