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उत्तराखंड सहित छह राज्यों में अफीम सप्लाई करने वाला गिरोह एक करोड़ की अफीम के साथ चढ़ा पुलिस के हत्थे

गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच पुलिस ने रविवार को दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में सक्रिय एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो अफीम की सप्लाई झारखंड से लाकर करता है। पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर एक करोड़ रुपए की अफीम बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। यह लोग झारखंड से अफीम लाकर गाजियाबाद में सप्लाई करने आए थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इनको दबोच लिया।

इस गैंग का सरगना विनोद है, जो ग्रेजुएट है. वो पहले ई-रिक्शा चलाता था. जब उसने अमीर बनने का सपना देखा तो अफीम की तस्करी दिल्ली एनसीआर में करने लगा।

पुलिस अधीक्षक नगर निपुण अग्रवाल बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में बरेली निवासी श्याम बिहारी गजेंद्र कुमार, झारखंड निवासी विनोद कुमार गुप्ता, बदायूं निवासी देवेंद्र कुमार तथा एक महिला शामिल है। उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच के प्रभारी अब्दुल रहमान को सूचना मिली कि कुछ लोग गाजियाबाद में अफीम की सप्लाई करने इको कार से आ रहे हैं। उन्होंने अपना जाल बिछाया और जैसे ही लोग बताई जगह पर पहुंचे उनको दबोच लिया। उनके पास बरामद हुई इको कार की जब तलाशी ली गई तो उसमें 05 किलो 05 ग्राम अफीम बरामद हुई। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत एक करोड़ रुपये है।

पुलिस पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि ये लोग झारखंड के रहने वाले हैं. वहां से अफीम लेकर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड में सप्लाई करते थे. झारखंड में इन लोगों को 60 हजार रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से अफीम मिलती थी. आगे ये 1 से 1.5 लाख रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बेचा करते थे. उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब के सरदार और उत्तराखंड से भी कई बड़े लोग इनसे अफीम मंगवाया करते थे. गैंग लीडर विनोद कुमार गुप्ता ने पुलिस को बताया कि यह लोग रांची से चले थे और यहां आकर उन्हें डिलीवरी देनी थी। उसने बताया कि किसी को शक ना हो इसलिए वे अपने साथ परिवार की एक महिला को भी रखते हैं। बरेली, अलीगढ़, दिल्ली गाजियाबाद में इस धंधे में लिप्त लोगों से सम्पर्क करके ऑर्डर ले लेते हैं। ऑर्डर के समय ही वे माल की कीमत एडवांस में जमा करा लेते हैं। उसके बाद माल की डिलीवरी करते हैं। जब यह लोग माल की डिलीवरी बताए हुए स्थान पर जाकर करते हैं तो उस समय अपने मोबाइल फोन बंद कर लेते हैं ताकि पकड़ में ना आ सके। क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुल रहमान ने बताया कि गिरोह के सदस्यों से और गहन पूछताछ की जा रही है।

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