देहरादून। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के संज्ञान में विभिन्न माध्यमों से यह बात आई है कि कई अस्पताल उत्तराखंड के मरीजों को बेड फुल होने की बात कहकर बैरंग लौटा रहे हैं और दूसरे राज्यों के मरीजों को भर्ती कर रहे हैं। इसे गंभीर मानते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यदि ऐसा पाया गया तो संबंधित अस्पताल प्रबंधन की खैर नहीं। इसके साथ ही उन्होंने अस्पतालवार नामित किए गए नोडल अधिकारियों से रोजाना बेड की स्थिति और भर्ती मरीजों का पूरा विवरण तलब किया है।
मंगलवार को जारी प्रेस बयान में जिलाधिकारी ने कहा कि नोडल अधिकारी ऑक्सीजन, उसकी खपत व रेमडेसिविर के इंजेक्शन की स्थिति की जानकारी भी देंगे।
जिलाधिकारी ने स्वयं भी वीडियो कॉल के माध्यम से अस्पतालों के बेडों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मरीजों को भर्ती करने को लेकर किसी भी तरह की हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा जिलाधिकारी ने उन अस्पतालों का भी विवरण मांगा है, जो तीमारदारों को रेमडेसिविर की अनुपलब्धता बता रहे हैं। दूसरी तरफ ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि वह कोरोना की रोकथाम में प्रयुक्त हो रही दवाओं का विवरण उपलब्ध कराएं। मेडिकल प्रतिष्ठानों के स्टॉक भी जांच करने के निर्देश ड्रग इंस्पेक्टर को दिए गए हैं।