विकासनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत झाजरा में एक खनन पट्टा आवंटित है जिसमें संचालन करता है मानकों की अनदेखी कर खनन कार्य कर रहा है उक्त खनन पट्टे पर बरती जा रही हैं अनियमितताएं।
आपको बता दें कि गढ़वाल मंडल विकास निगम का झाजरा आसन नदी में एक खनन पट्टा संचालित है जिसमें पट्टा संचालक मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए खनन कार्य कर रहा है उक्त खनन पट्टे से पट्टा स्वामी नियम विरुद्ध 6 फीट से अधिक खुदान कर खनन कार्य कर रहा है जबकि नियम यह है कि नदी में साडे 4 फीट तक ही खुदान किया जा सकता है। उक्त खनन पट्टे से ओवरलोड खनन सामग्री भरकर ट्रैक्टर ट्रॉलीयां बिना तोल कांटा किए एक रवान्ने पर पूरा दिन चक्कर लगाते रहते हैं जिससे सरकार को रोजाना लाखों रुपए के राजस्व की हानि पहुंच रही है।
खनन पट्टे पर जो तोल कांटा लगा है वह सिर्फ मात्र दिखावे के लिए ही लगाया गया है तोल कांटे पर किसी प्रकार का कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा दिखा और ना ही कोई वाहन उस पर तोला जाता है।पट्टा स्वामी उक्त खनन पट्टे से देर शाम तक खनन का कार्य कर रहा है जबकि नियम यह है कि सूर्य अस्त होने से सूर्य उदय होने तक खनन कार्य नहीं किया जा सकता है।उक्त खनन पट्टे पर जमकर सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मानकों की अनदेखी करते हुए बेखौफ होकर खनन का कार्य किया जा रहा है जिसको रोकने टोकने वाला शासन प्रशासन ने शायद कोई नहीं है।
सूत्रों की अगर मानें तो खनन पट्टा स्वामी की शासन प्रशासन में अच्छी सांठगांठ के चलते पट्टा स्वामी बेखौफ होकर सभी नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए खनन कार्य कर रहा है। आखिर संबंधित विभाग खनन विभाग और जीएमवीएन के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी क्यों अपनी जिम्मेदारी को सही से नहीं निभा रहे हैं।