-राजिक खान
पछवादून के कुंजा ग्रंट में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार सुविधाओं के अभाव में सिर्फ एक इमारत बन कर रह गया पूरे अस्पताल को चलाने की जिम्मेदारी एक फार्मासिस्ट के भरोसे छोड़कर स्वास्थ्य विभाग मुतमईन हो गया है।
समाजसेवी गुलफाम अली
आपको बतादें कि दर्जनों गांव की तकरीबन 50 हजार की आबादी की स्वास्थ्य सुविधाओं के मद्देनजर अस्पताल का निर्माण करोड़ों रुपए लगाकर सरकार द्वारा कराया गया था लेकिन इतने बड़े अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ के नाम पर मात्र एक फार्मासिस्ट ही है जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है ग्रामीणों ने अस्पताल के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग शासन प्रशासन से की है ग्रामीणों का कहना है इस हॉस्पिटल में कोई भी व्यवस्था नहीं है इस कोविड-19 के दौर में अगर कोई इमरजेंसी केस आ जाए उसको भी इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई सुविधा ना होने के चलते सीधा यहां से या तो विकासनगर या फिर देहरादून ही ले जाना पड़ता है इस हॉस्पिटल में ना ही कोई डॉक्टर ना ही कोई महिला नर्स है अगर रात बिरात को क्षेत्र की गर्भवती महिला को भी कोई इमरजेंसी पड़ जाए तो उसको भी देहरादून ही ले जाना पड़ता है।
आज ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच कर क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता गुलफाम अली के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और प्रदर्शन के जरिए मांग की गई सरकार ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए जल्द इस स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं और स्टाफ बढ़ाया जाए।