News India24 uk

No.1 News Portal of India

आखिर कौन लग रहा है उत्तराखंड के जंगलों में आग कोई तो है, 24 घंटे में 43 मामले 52 लोगों पर मुकदमे दर्ज

उत्तराखंड में जंगलों में आग लगातार जारी है. पिछले 24 घंटो में राज्य के अलग-अलग स्थानों में आग के 43 नए मामले सामने आए हैं. अब तक यहां के जंगलों में आग की 804 घटनाएं हो चुकी हैं. धधकते जंगलों में आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग सहित प्रशासन सक्रियता से लगा हुआ है.पहाड़ों के जंगल में लगी आग से लोग भी परेशान हो उठे हैं. रात के अंधेरे में पहाड़ों पर उठती आग की लपटें दहशत पैदा कर रही है.

उत्तराखंड में जंगल में आग लगाकर वन संपदा को नुकसान पहुंचाने वालों पर नजर रखी जा रही है. उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत राज्य के कुछ इलाकों में मामले दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजा गया है. आग लगाने वाले लोगो की पहचान कर उन पर मामले दर्ज किए गए हैं. अब तक करीब 52 लोगो के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है. उनके खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है.

कोई तो है जो सुलगा रहा है जंगल?

कोई तो है जो जंगलों में आग लगा रहा है? यह सवाल राज्य के लोगों में मन में पैदा हो रहा है. 52 लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें भी इस शक को और मजबूत कर रहे हैं. जिस तरह एक के बाद एक आग की घटनाएं जंगलों में घट रही हैं उससे हालत खराब होते जा रहे हैं. प्रदेश वन महकमे की कमान संभालने के बाद प्रमुख वन संरक्षक हॉफ सीनियर आईएफएस अधिकारी धनंजय मोहन जंगलों में फैली आग पर काबू पाने के लिए हरसंभव कोशिश में लगे हुए हैं. उन्होंने मीडिया से आग पर जल्द काबू पाने और अराजकतत्वों पर नजर रख उन्हें सजा दिलाने की बात कही है.

804 मामलों में 1011 हेक्टेयर जंगल प्रभावित

उन्होंने बताया कि वन क्षेत्र आरक्षित और संरक्षित घोषित है. इसके तहत यहां वनों का कटान, जंगल में आग लगाना प्रतिबंधित है. उन्होंने बताया कि अगर कोई शख्स इस तरह का काम करता पाया गया तो उसके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने के 804 मामलों में 1011 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुए हैं.

error: Content is protected !!