विकासनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत पुल नंबर एक पर बस्ती के बीचो बीच मोर्चरी के पास सभी मानको को ताक पर रखकर नियम विरुद्ध एक स्क्रीनिंग प्लांट का संचालन किया जा रहा है जहां पास ही में यमुना नदी से ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से दिन रात आवैध रूप से खनन सामग्री लाई जा रही है जिसका भारी मात्रा में स्टॉक भी लगाया जा रहा है जिसको आने वाली बरसात के दिनों में करोड़ों के भाव में बेचा जाएगा इससे रोजाना सरकार को लाखों रूपए राजस्व की हानि उठानी पड़ रही है।
बताया जा रहा है कि प्लांट संचालक की पहुंच बहुत ऊपर तक है इसलिए शासन प्रशासन में बैठे अधिकारी व कर्मचारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनकर बैठे हैं और किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं जबकि नियम तो यह है कि कोई भी स्क्रीनिंग प्लांट या क्रेशर प्लांट नदी, खाले,बस्ती, मंदिर, मस्जिद, स्कूल आदि से कम से कम 500 मीटर की दूरी पर संचालित होना चाहिए लेकिन उक्त स्क्रीनिंग प्लांट से लगती नदी और पोस्टमार्टम हाउस और घनी आबादी वाली बस्ती है बावजूद इसके प्लांट का संचालन धडल्ले से किया जा रहा है यमुना नदी से अवैध रूप से खनिज सामग्री लाकर अनुमति से अधिक स्टॉक किया जा रहा है, सूत्रों की अगर मानें तो स्क्रीनिंग प्लांट पर बिना कमर्शियल नंबर के ट्रैक्टर और जो ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली भरकर ड्राईवर चला रहे हैं उनके पास लाइसेंस तक भी नहीं है और यहां तक की उन ड्राइवरों और मजदूरों का सत्यापन तक भी नहीं हुआ है फिर भी संबंधित विभागों की इतनी हिम्मत भी नहीं है कि प्लांट पर जाकर निरीक्षण ही कर लें।
यमुना नदी से आवैध रूप से स्क्रीनिंग प्लांट पर लाई जा रही खनन सामग्री
