देहरादून:ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट का कार्य वर्ष 2024 तक पूरा हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार की ओर से जो भी मदद की जरूरत होगी, सरकार की ओर से मुहैया कराई जाएगी. बताया गया है कि 125 किमी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर 12 स्टेशन व 17 टनल बनाये जा रहे हैं.
16216 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रही 125 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना में 105 किलोमीटर रेल लाइन 17 सुरंगों के भीतर से गुजरेगी। इस परियोजना के निर्माण के लिए रेल विकास निगम नौ पैकेज में काम को अंजाम दे रहा है। इन नौ पैकेज में 80 फेस में काम किया जा रहा है।
12 किमी की एप्रोच रोड का निर्माण पूर्ण
ट्यूजडे को सीएम तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में रेल विकास निगम के अधिकारियों के साथ ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजक्ट के कार्य को लेकर प्रोग्रेस रिपोर्ट की जानकारी प्राप्त की.
सीएम ने कहा कि रेल लाइन के कायरें में तेजी लाई जाय. इसको निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाये. 2024 तक इस रेल लाइन निर्माण को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है. सीएम ने कहा कि कायरें में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार की ओर से जो भी मदद की जरूरत होगी, वह दी जायेगी. रेल विकास निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक हिमांशु बडोनी ने जानकारी दी कि 125 किमी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर 12 स्टेशन व 17 टनल बनाये जा रहे हैं. मुख्य सुरंगों के कायरें में तेजी लाने के लिए 10 कार्य स्थलों के लिए 12 किमी की एप्रोच रोड का निर्माण पूर्ण हो चुका है. जबकि, 7 में से 6 एडिट टनल का कार्य पूर्ण हो चुका है. इस रेल लाइन में 18 बड़े व 36 छोटे ब्रिज के निर्माण किये जा रहे हैं. चन्द्रभागा ब्रिज का निर्माण पूर्ण हो चुका है. शेष सभी पर कार्य चल रहा है. मार्च 2024 तक इनका निर्माण पूर्ण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अवसर पर सीएम के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, विशेष कार्याधिकारी जे. सुंद्रियाल, सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, एस.एन पाण्डेय, जियोलॉजिस्ट रेल विकास निगम विजय डंगवाल आदि उपस्थित रहे।
श्रीकोट में स्टेडियम
रेल विकास निगम बन रहे स्टेडियम की ओर से राज्य के कल्याण के लिए श्रीनगर में हॉस्पिटल बिल्डिंग, हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर टॉयलेट ब्लॉक, गौचर व कालेश्वर में रोड ब्रिज, श्रीकोट (श्रीनगर) में स्टेडियम बनाया जा रहा है.