भाजपा आलाकमान द्वारा अचानक दिल्ली तलब किए जाने के बाद बुधवार को आधी रात के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई थी, लेकिन इसके बाद से सस्पेंस और अटकलों का दौर जारी है,सीएम तीरथ ने अपने दिल्ली दौरे पर कहा कि पार्टी लीडरशिप के साथ आगामी चुनाव पर बातचीत हुई है.केंद्र सरकार की योजनाएं पर बात हुई है कि हम उन्हें जनता तक कैसे ले जाएं. आगामी चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई.उत्तराखंड के लिए नई योजनाओं पर भी पार्टी लीडरशिप से बात हुई है.उप चुनाव के विषय पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उपचुनाव चुनाव आयोग का विषय है.चुनाव आयोग जब भी निर्णय लेगा उपचुनाव होंगे यह चुनाव आयोग पर निर्भर करता है.जो भी केंद्र रणनीति तय करेगा हम उसके तहत काम करेंगे हम सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारेंगे
दरअसल मीडिया में कई खबरों के बीच बड़ी संभावना यह जताई जा रही है कि उत्तराखंड में चुनावों के मद्देनज़र एक बार फिर नेतृत्व बदला जा सकता है.
हालांकि भाजपा ने संभावना पर फिलहाल कुछ न कहते हुए यही स्टैंड लिया है कि किसी मुख्यमंत्री का शीर्ष नेताओं से मिलना रूटीन का हिस्सा होता है. इसके बावजूद यह खबर आग की तरह फैल रही है कि तीरथ सिंह रावत सीएम के पद पर कुछ ही दिनों के मेहमान और हैं.