उत्तराखंड में चुनावों (Uttarakhand Poll 2022) से पहले BJP को बड़ा झटका लगा है.
उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत (Cabinet Minister Harak Singh Rawat) ने मंत्री पद से इस्तीफा (resign as minister) दे दिया है. उन्होंने अपनी ही सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा दिया है. रावत के मुताबिक राज्य सरकार कोटद्वार में (स्वीकृत करने को लेकर) मेडिकल कॉलेज (Medical college) को लटका रही है, ऐसे में वे अब काम नहीं कर सकते हैं. हरक ने ये इस्तीफा कैबिनेट बैठक (cabinet meeting) के दौरान दिया है.
खबर में खास
इस्तीफा देने का फैसला लिया
उनकी आंखे नम हो गई
कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा
3 बार कैबिनेट मंत्री रहे हरक
इस्तीफा देने का फैसला लिया
(Uttarakhand Poll 2022) मिली जानकारी के अनुसार लंबे समय से हरक सिंह रावत कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज की मांग कर रहे थे. उन्होंने कई बार राज्य सरकार के सामने ये मुद्दा उठाया था. लेकिन क्योंकि उनकी इस मांग को पूरी नहीं किया गया, ऐसे में उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला लिया. खबर ये भी है कि हरक सिंह रावत अब चुनावी मौसम में कांग्रेस का दरवाजा खटखटा सकते हैं. अभी तक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कयास लगने शुरू हो गए हैं.
उनकी आंखे नम हो गई
हरक सिंह रावत ने अपने एक बयान में कहा है कि 5 साल से मेडिकल कॉलेज अपने क्षेत्र के लिए मांग रहा था, लेकिन इन लोगों (BJP) ने मुझे भिखारी जैसा बना दिया. बता दें कि हरक सिंह रावत कैबिनेट बैठक को बीच में छोड़कर निकल गए और वे इतने ज्यादा गुस्से में थे कि उनकी आंखे नम हो गई और वे रोने भी लगे. उनके मुताबिक उनकी अपनी सरकार ने उनकी इस मांग को नजरअंदाज किया.
कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा
बता दें कि जब हरक सिंह रावत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया तो उसी दौरान वे देहरादून में कैबिनेट की बैठक में मौजूद थे. ऐसे में बैठक छोड़कर वे बहार निकल गए. उनके समर्थकों ने सचिवालय में जमकर हंगामा किया. हरक सिंह रावत के पास उत्तराखंड में वन एवं पर्यावरण, लेबर और स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय है. हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा होती रही है. हालांकि रावत लगातार इनकार करते रहे हैं. इस बीच उन्होंने आज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
3 बार कैबिनेट मंत्री रहे हरक
3 बार कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत ने 1989 में बीजेपी के साथ अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था, लेकिन बाद में वह बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. रावत साल 2016 में फिर से बीजेपी में शामिल हो गए थे.