पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी बहुअनुकृति गुसांई की कांग्रेस पार्टी में एंट्री से लैंसडौन सीट से दावेदारी कर रहे कांग्रेसी गुस्से में दिख रहे हैं। समझा जा रहा है कि लैंसडौन से अनुकृति को कांग्रेस का टिकट मिल सकता है।
अगर ऐसा होता है तो इसका विरोध किया जाएगा। दावेदारों ने इसकी तैयारी कर ली है।
पिछले दिनों कांग्रेस में हरक सिंह रावत की वापसी का विरोध करने वाले कांग्रेस के नेता अब हरक की वापसी के बाद खुले तौर पर तो कुछ नहीं कर रहे हैं, लेकिन अगर लैंसडौन से अनुकृति गुसांई या हरक सिंह रावत को कांग्रेस का टिकट मिलता है तो उसका विरोध किया जाएगा। ऐसे में संभावित दावेदार अपने में से एक को लैंसडौन सीट पर चुनाव लड़ाएंगे। इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है।
सोशल मीडिया पर भी कांग्रेसी अपना गुस्सा प्रदर्शित कर रहे हैं। दरसअल, पूर्व काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को भाजपा से निष्काषित किये जाने के बाद लैंसडौन से कांग्रेस से दावेदारी करने वाले संभावित दावेदारों ने हरक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। कोटद्वार में पत्रकार वार्ता करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि किसी भी कीमत पर हरक की कांग्रेस में वापसी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लेकिन अब हरक अपनी पुत्रवधु अनुकृति के साथ पार्टी की सदस्यता ले चुके हैं और अनुकृति के लैंसडौन विधानसभा से चुनाव लड़ने की चर्चा भी जोरों पर है। इसे लेकर अब विरोध करने वाले रणनीति बनाने में लग गए हैं। हरक की वापसी को लेकर सोशल मीडिया पर भी तरह-तरह के कमेंट किये जा रहे हैं।
दावेदार रघुवीर बिष्ट का कहना है अगर हरक सिंह या उनकी बहु को टिकट मिलता है तो वे पुरजोर विरोध करेंगे। कहा कि लोकतंत्र का मजाक बनाने वाले नेताओं को जनता किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेगी और अगर कांग्रेस को कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाये रखना है तो सक्रिय और निष्ठावान कार्यकर्ता को ही टिकट देना होगा।
लैंसडौन विधानसभा से दावेदारी कर रहे कांग्रेस नेता और जयहरीखाल के ब्लॉक प्रमुख दीपक भंडारी ने कहा कि हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधु अनुकृति की वापसी का विरोध हम लोगों ने कुछ दिन पहले किया था अब अगर इनमें से किसी को टिकट मिलता है तो सभी संभावित दावेदार किसी एक प्रत्याशी को मिलकर चुनाव लड़ाने पर विचार कर रहे हैं। बोले, इस विषय पर सभी से वार्ता की जा रही है।