विकासनगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत यमुना नदी में जीएमवीएन के दो पट्टे आवंटित है जिनमें पट्टा स्वामी सभी मानकों की अनदेखी कर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए खनन कार्य कर रहा है।
आपको बता दें कि गढ़वाल मंडल विकास निगम ने यमुना नदी में डाकपत्थर बैराज से ढालीपुर तक दो खनन पट्टे आवंटित किए हुए हैं जिसमें एक खनन पट्टे में खनन कारोबारी बिना किसी नियम कानून की परवाह किए यमुना नदी से खनन कार्य करवा रहा है खनन पट्टे में ट्रैक्टरों में जुगाड़नुमा मशीनें लगा कर जो कि नियम विरुद्ध है को यमुना नदी से खनन सामग्री का खुदान कर ट्रैक्टर ट्रॉलीयों और डंपरों में ओवरलोड भर कर बिना तोल कांटा किये अंडर लोड का रवान्ना देकर बेचा जा रहा है जिससे सरकार को रोजाना लाखों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है।
यमुना नदी से मोर्चरी की तरफ से निकासी रास्ता निकाला गया है से खनन पट्टे पर नाम मात्र को एक तोलकांटा लगाया गया है जो सिर्फ दिखाने मात्र ही है ना तो तोल कांटे पर कोई सीसीटीवी कैमरा और ना ही कोई ऑफिस बस वाहनों के गुजरने के लिए साइड से एक रास्ता बना कर वहां से निकासी की जा रही है जबकि नियम यह है कि खनन पट्टे पर ही वाहनों का तोल कांटा कर रवन्ना दिया जाना चाहिए।
खनन पट्टे से ओवरलोड भरे वाहन पास में ही मोर्चरी के पास लगे स्क्रीनिंग प्लांट में जाते हैं और स्क्रीनिंग प्लांट से अंडर लोड वाहन का रमन्ना लेकर बिना किसी भय के निकल जाते हैं खनन पट्टे और स्क्रीनिंग प्लांट से निकले ओवरलोड वाहनों को ना तो कोई प्रशासन और ना ही संबंधित विभाग के द्वारा रोक-टोक की जाती है और ना ही इनके खिलाफ कोई कार्यवाही की जाती है और ना ही नदी में चल रही इन जुगाड़ नुमि मशीनों की धरपकड़ कर बंद किया जाता है लगता है शायद पट्टा धारक और स्क्रीनिंग प्लांट स्वामी को किसी सफेदपोश का संरक्षण प्राप्त हो।
-Raziq Khan