देहरादून थाना नेहरू कॉलोनी में 3 सितंबर को सोडा सरोली रायपुर निवासी आशीष कुमार ने थाना नेहरू कॉलोनी में हरिद्वार बाईपास रोड से अपनी बाइक चोरी होने का केस दर्ज किया था।
पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी कैमरों चेक करने के साथ ही वाहन चोरी में पूर्व में जेल गये आरोपियों की जानकारी जुटाई। मंडे पुलिस को दून यूनिवर्सिटी रोड पर दो लोग बताई गई चोरी की बाइक पर आते नजर आये। पूछताछ में पता चला कि उन्होंने देहरादून में अन्य स्थानों से भी मोटर साइकिल चोरी की हैं। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर दून यूनिवर्सिटी रोड से झाडिय़ों में छुपा कर रखी गई चोरी किये गये 3 मोटर टूव्हीलर बरामद किये। आरोपियों की पहचान टोटा टांडा बिहारीगढ़ निवासी रमन कुमार कंबोज और सनी कंबोज के रूप में हुई।
सहारनपुर में बेचते थे बाइक
इस काम के लिए दोनों ने देहरादून को चुना। आरोपितों ने यहां चार मोटरसाइकिल चोरी भी कर लीं, मगर उन्हें बेचने के लिए सहारनपुर ले जाने से पहले ही नेहरू कालोनी थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पुलिस ने की प्रेसवार्ता
पुलिस अधीक्षक (नगर) सरिता डोबाल ने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि इसी तीन सितंबर को सौड़ा सरोली (रायपुर) निवासी आशीष कुमार ने नेहरू कालोनी थाने में हरिद्वार बाईपास रोड से मोटरसाइकिल चोरी होने की तहरीर दी थी।
सीसीटीवी कैमरे से आए पकड़ में
थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मुकेश त्यागी ने मुकदमा दर्ज कर जांच बाईपास चौकी इंचार्ज देवेश खुगशाल को सौंपी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो दो व्यक्ति मोटरसाइकिल ले जाते दिखे।
देहरादून से किया गिरफ्तार
सीसीटीवी फुटेज से पहचान करने के बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। इसी बीच पांच सितंबर की रात पुलिस ने दून यूनिवर्सिटी रोड से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान रमन कांबोज और सनी कांबोज दोनों निवासी टोडा टांडा, बिहारीगढ़ सहारनपुर (उप्र) के रूप में हुई।
खेत में छिपाते थे चोरी की बाइक
दोनों चोरी की गई मोटरसाइकिल से कहीं जा रहे थे। इसके अलावा भी आरोपितों से चोरी की तीन मोटरसाइकिल बरामद हुई हैं, जिन्हें दून यूनिवर्सिटी रोड पर खेत में छिपाया गया था। आरोपितों ने ये मोटरसाइकिल देहरादून में अलग-अलग जगह से चोरी की थीं।
ज्यादा कमाई के लिए बने चोर
पूछताछ में पता चला कि रमन पेशे से प्लम्बर, जबकि सनी वेल्डर है। बिहारीगढ़ में दोनों की इस काम से ज्यादा कमाई नहीं हो रही थी। ऐसे में उन्होंने वाहन चोरी की योजना बनाई और देहरादून आ गए।
पुलिस टीम को पांच हजार का पुरस्कार
पुलिस आरोपितों का आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पांच हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।