उत्तराखंड क्रांति दल की अनुशासन समिति ने उत्तराखंड क्रांति दल की केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रमिला रावत और जय प्रकाश उपाध्याय सहित केंद्रीय संगठन मंत्री विपिन रावत और चमोली के जिला महामंत्री यशपाल नेगी को सभी पदों से पद मुक्त करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
बताया गया कि इन सभी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते इनके उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यालय में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।हालांकि इस निर्णय के विषय में उनको 15 दिन के भीतर केंद्रीय अध्यक्ष को पुनर्विचार याचिका करने की छूट दे दी गई है।
केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष तथा अनुशासन समिति के अध्यक्ष एडवोकेट डीडी जोशी ने अपने पत्र में लिखा है कि इनके खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही के दौरान कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए थे तथा रिमाइंडर भी भेजे गए थे लेकिन इन्होंने ना तो किसी भी नोटिस का संतोष जनक जवाब दिया और ना ही शिकायती पत्रों का कोई संतोषजनक जवाब दिया। यशपाल सिंह नेगी के खिलाफ चमोली के जिला अध्यक्ष द्वारा पार्टी की महिला अध्यक्ष के साथ अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने के चलते केंद्रीय अध्यक्ष से शिकायत की गई थी, जबकि बिपिन रावत के खिलाफ पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों से अभद्र भाषा का प्रयोग करने के चलते कार्यवाही की गई है। जबकि जय प्रकाश उपाध्याय को दो बार कारण बताओ नोटिस और रिमाइंडर भेजे जाने के बावजूद उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया।
इनके केंद्रीय कार्यालय में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।