विकासनगर-कृषि भूमि को किस तरह से अवैध प्लाटिंग कर कंक्रीट के जंगल में बदला जा रहा है, इसकी बानगी देखनी है तो तहसील विकासनगर के ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जा सकता है। यहां तमाम ग्रामीणों क्षेत्रों में धड़ल्ले से बिना स्वीकृति के बिना लैंड यूज चेंज कराए कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग की जा रही है।एमडीडीए ने कार्रवाई तो शुरू कर दी है, लेकिन अभी भी तमाम प्लाटिंग क्षेत्र ऐसे हैं, जिनकी जांच की जानी बाकी है।जमीनों के दाम आसमान छूने के साथ ही अवैध प्लाटिंग का काम तेजी से फल फूल रहा है।
आपको बता दें कि विकासनगर तहसील क्षेत्र के गांव छरबा, सहसपुर और खुशालपुर में बिना स्वीकृति के कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग हो रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार छरबा गांव में तो भू माफियाओं ने हद ही कर दी शीतला नदी के किनारे पूरी अवैध सोसाइटी ही बना डाली जिसमें 60 से 70 बीघा भूमि पर बाकायदा गेट लगाकर 40 फीट का पक्का रोड बनाया गया है ऊपर हाईटेंशन तार की लाइन गुजर रही है साइड में बरसाती खाला है। मुनाफा कमाने के चक्कर में लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है हाईटेंशन की लाइन के नीचे प्लॉट काटकर बेचे जा रहे हैं जिसके बगल में बरसाती खाला है जो बरसात में भर भर कर चलता है जिससे भविष्य में भारी जानमाल की हानि होने की संभावना है।
se
वहीं दूसरी ओर खुशालपुर में एनएच 72 पर एम डी डी ए विभाग की बिना अनुमति राधास्वामी भवन के पास 50 बीघा कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग कर 15 से 20 हजार रुपए गज बेचा जा रहा है जिसके ठीक पीछे आम का बगीचा लगा हुआ है भू माफियाओं के द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि इस बगीचे को भी उनके द्वारा खरीद लिया जाएगा और आम के बाग मे लगे पेड़ों को रात के अंधेरे में कटवा कर उसमें भी प्लॉटिंग कर दी जाएगी जिसकी बातचीत अभी चल रही है।
और ज्यादा जानकारी जुटाने पर पता चला कि यह दोनों ही अवैध प्लॉटिंग छरबा और खुशालपुर गांव में किसी सतीश अग्रवाल नाम के शख्स की है जिसकी शासन प्रशासन में बड़ी पकड़ है जिसके चलते संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही करने से डरते हैं। इसीलिए इस प्रॉपर्टी डीलर ने ना तो किसी प्रकार का कोई कॉलोनाइजर का लाइसेंस बनवाया है और ना ही किसी प्रकार का इन अवैध बन रही सोसायटीयों का नक्शा पास कराया है और ना ही किसी प्रकार का कोई लैंड यूज चेंज करवाने की इनको जरूरत है।
वही जब इस बाबत एसडीएम विकासनगर से बात की गई तो उनका कहना था कि जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी और एमडीडीए को भी इस बाबत बता दिया जाएगा।