अमेरिकी अधिकारियों के यह कहने के बाद कि “वैक्सीन लगवा चुके लोग अब अधिकांश जगहों पर बिना मास्क के रह सकते हैं”, राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे अमेरिका के लिए ‘एक बड़ा दिन’ बताया है।
इस नये दिशा-निर्देश की घोषणा के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने ओवल ऑफ़िस में अन्य सांसदों के साथ अपना मास्क उतार दिया।
नये दिशा-निर्देश के अनुसार लोग खुली या बंद, अधिकांश जगहों पर बिना मास्क के जा सकते हैं. हालांकि, भीड़भाड़ वाली बंद जगहों, जैसे बस और विमान यात्रा के दौरान या अस्पतालों में अब भी मास्क लगाने की सलाह दी गई है।
बताया गया है कि जो बाइडन प्रशासन पर कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंध कम करने का भारी दबाव था, ख़ासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें कोरोना वैक्सीन लग चुकी है।
इस बीच अमेरिकन फ़ेडरेशन ऑफ़ टीचर्स लेबर यूनियन ने भी आने वाले समय में स्कूलों को पूरी तरह खोल देने की सिफ़ारिश की है।
संस्था की ओर से यह सिफ़ारिश 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फ़ाइज़र वैक्सीन को मंज़ूरी मिलने के बाद की गई है।
अमेरिका, जहाँ दुनिया में कोरोना के सबसे अधिक मामले दर्ज किये गए हैं और सबसे ज़्यादा लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है, वहाँ पिछले कुछ हफ़्तों में कोरोना संक्रमण के मामलों में भारी गिरावट देखी गई है।
सरकारी आँकड़ों के मुताबिक़, सितंबर 2020 के बाद अमेरिका में कोरोना संक्रमण के सबसे कम नये मामले सामने आये हैं, वहीं पिछले साल अप्रैल के बाद अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या भी सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई है।
इसे देखते हुए अमेरिकी संस्था सेंटर्स फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने ये नये दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
देखा गया कि नये नियम आने के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस समेत स्टाफ़ के सभी कर्मचारियों ने व्हाइट हाउस के एक इवेंट में अपने मास्क उतार दिये।
इस इवेंट के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडन ने लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की. उन्होंने कहा, “हालांकि हम ऐसा ना करने वालों को गिरफ़्तार नहीं करवाने वाले।
इस बारे में बाइडन ने ट्विटर पर लिखा, “नियम अब बहुत सरल है. वैक्सीन लगवाएं या फिर मास्क पहनें, जब तक आप वैक्सीन नहीं लगवा लेते. इसका चुनाव आपको करना है. ये आपकी मर्ज़ी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के पास वो शक्तियाँ नहीं है कि वो लोगों को ज़बरन कोरोना वैक्सीन लगाने का आदेश दे सकें या जबरन मास्क लगवायें. वे इसके लिए लोगों से अपील कर सकते हैं और लोगों को समझाने की कोशिश कर सकते हैं।
सीडीसी ने जिस वक़्त नये दिशा-निर्देश जारी किये, तब तक अमेरिका में 35 प्रतिशत लोगों को कोविड वैक्सीन दी जा चुकी है. अमेरिका में कोरोना महामारी के ख़िलाफ़ टीकाकरण का अभियान बहुत तेज़ी से चल रहा है।
सीडीसी के निदेशक डॉक्टर आर वेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि “जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है, वो बंद या खुली जगहों पर, चाहे वो बड़े कार्यक्रम हों या छोटे, बिना मास्क के जा सकते हैं. आप वो चीज़ें दोबारा शुरू कर सकते हैं, जिन्हें आपने इस महामारी की वजह से छोड़ दिया था. हम सभी ने वाक़ई इस दिन का लंबे समय तक इंतज़ार किया कि जब हम सामान्य परिस्थितियों को फिर से महसूस कर पाये।
किन जगहों पर अब भी मास्क लगाये रखना चाहिए, इसकी एक लिस्ट भी सीडीसी ने जारी की है।
बताया गया है कि सीडीसी के ताज़ा दिशा-निर्देश अमेरिका में राज्यों द्वारा बनाये गए नियमों को प्रभावित नहीं कर पायेंगे और वहाँ अब भी कुछ काम-धंधों में शामिल लोगों को मास्क लगाना होगा. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में अब भी अधिकांश दुकानों के बाहर नोटिस लगे हैं कि बिना मास्क के प्रवेश वर्जित है।
अप्रैल में सीडीसी ने कहा था कि खुली जगहों पर, जहाँ भीड़ ना हो, वहाँ मास्क ना लगाने से काम चल सकता है. लेकिन तब इस संस्था ने भीड़भाड़ वाली किसी भी बंद जगह पर मास्क लगाने की सलाह दी थी।
डॉक्टर वेलेंस्की ने कहा कि जिन लोगों को स्वास्थ्य से संबंधित गंभीर समस्याएं हैं, उन्हें घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने के बारे में विचार करना चाहिए।
सीडीसी ने इस बीच ‘पूरी तरह वैक्सीनेटिड’ होने को भी परिभाषित किया है. संस्था के अनुसार, टीकाकरण को पूरी तरह प्रभावी दोनों डोज़ लेने के दो सप्ताह बाद ही माना जाना चाहिए और कहा है कि “नये दिशा-निर्देश ऐसे लोगों (पूरी तरह वैक्सीनेटिड) के लिए ही हैं।
हालांकि, अमेरिका में काफ़ी लोग इस बदलाव को लेकर चिंतित भी हैं. उनका कहना है कि “अभी आधी आबादी को भी टीका नहीं लगा है और इसकी कोई गारंटी नहीं कि किसने टीका लगवाया, किसने नहीं, ऐसे में कहीं ये जल्दबाज़ी साबित ना हो।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 4 जुलाई तक 70 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक डोज़ देने का लक्ष्य रखा है।