विकासनगर तहसील क्षेत्र में इस समय अवैध प्लाटिंग का खेल बेखौफ चल रहा है। इसमें बीडीओ और रजिस्ट्री कार्यालय से साठगांठ कर माफिया करोड़ों रुपये की काली कमाई कर रहे हैं।
पच्छवादून में करीब 50 से ज्यादा भूमाफिया सक्रिय हैं, जो अवैध प्लाटिंग का खेल खुलेआम खेल रहे हैं। किसानों की जमीन को पहले औने-पौने दामों में खरीद लेते हैं। फिर नियम विरुद्ध बिना नक्शा व आवासीय प्लाट दर्ज कराए प्रति प्लाट लाखों रुपये में बेचते हैं। धर्मावाला चौक से स्वामी विवेकानंद हॉस्पिटल के पास शिमला बायपास रोड के दोनों और आवैध प्लाटिंग का खेल जारी है जहां भू माफियाओं ने डीमार्केशन कर आवैध रूप से प्लाटिंग काट दी है वही बांसों वाला में लगभग सैकड़ो बीघा कृषि भूमि में अवैध रूप से सैकड़ो प्लॉट काट दिए गए हैं वह भी बाकायदा रोड की तरफ बड़ा गेट बनाकर।इस प्लाटिंग के खेल में तहसील प्रशासन और रजिस्ट्री कार्यालय के अधिकारी भी शामिल हैं। जानकार बताते हैं कि सभी प्लाटिंग में कमीशन बंधा हुआ है। कृषि भूमि,बाग बगीचों को छोटे-छोटे प्लाटों में बेच दिया जाता है लेकिन आगे इसका खामियाजा भूखंड खरीदने वाले लोगों को भुगतना पड़ता है। इन्हें बिना आवासीय दर्ज कराए और नक्शा बनवाए धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। इस अवैध प्लाटिंग पर जब शिकायतों के बाद दबाव पड़ता है तो कुछ को नोटिस देकर फर्ज अदायगी कर ली जाती है।
भूमाफियाओं ने बिछाया चारों तरफ आवैध प्लाटिंग का जाल कृषि भूमि में अवैध प्लाटिंग का चल रहा खेल
