भारतीय व्यापार मंडल उत्तराखंड ने प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा एक खुला खत जिसमें मध्यम वर्ग के व्यापारी जो कोरोनाकाल में लगे लोक डाउन के चलते बर्बाद हो चुके हैं अपने और अपने परिवार की आजीविका चला पाने में असमर्थ हो चुके हैं इनकी और भी सरकार अपना थोड़ा ध्यान आकर्षित करें जिससे मध्यम वर्ग के व्यापारियों को थोड़ी राहत मिल सके।
भारतीय व्यापार मंडल उत्तराखंड के प्रदेश महासचिव सुबोध गोयल ने खुले पत्र के माध्यम से कहा है कि महामारी के पहले दौर के लोक डाउन में मध्यम वर्ग के व्यापारियों ने अपनी जमा पूंजी अपने परिवार के पालन पोषण में लगाने के साथ-साथ अन्य जरूरतमंद लोगों की भी मदद करने में खर्च कर दी थी परंतु इस वर्ष महामारी के दूसरे दौर के लॉकडाउन में मध्यम वर्ग का व्यापारी चाहे उसमें रेडीमेड की दुकान वाले हो या रेस्टोरेंट,स्वीट शॉप,मोबाइल शॉप, नई,दर्जी,होटल,ढाबे वाले हो या फिर अन्य व्यवसाय से जुड़े लोग पूरी तरह से टूट चुके हैं अपने बंद प्रतिष्ठान में कर्मचारियों का वेतन,दुकान का किराया,मासिक किस्त, बिजली पानी का बिल और भी अन्य कई खर्चे वहन कर कर के बर्बाद हो गए हैं उनके लिए अपने परिवार की आजीविका चलाना भी बहुत मुश्किल हो चुका है यह मध्यमवर्गीय लोग ना किसी को अपनी हालत बता सकते हैं और ना ही कुछ कर पा रहे हैं वहीं दूसरी ओर साधन संपन्न लोग अपने पास पर्याप्त संसाधनों से और निचले स्तर के लोगों की सरकार व सामाजिक संगठन मदद कर रहे हैं।
सुबोध गोयल ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि सरकार मध्यम वर्ग के व्यापारियों के विभिन्न प्रकार के बिल,टैक्स, बैंक ब्याज में छूट और किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने व सहयोग देने का काम करें वरना मजबूर हो चुका यह वर्ग अपने परिवार के साथ मिलकर आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगा प्रदेश महासचिव सुबोध गोयल ने यह भी कहा कि सरकार मध्यम वर्ग के व्यापारियों के साथ न्याय का काम करें।
मुख्यसंपादक-राजिक खान