राजधानी में अवैध खनन में ओवरलोडिंग का खेल किस कदर हावी है इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि 15 जून की रात को सहसपुर थाना व विकासनगर थाने के द्वारा 21 वाहनों पर कार्यवाही की गयी थी, परंतु आज सुबह का यह वीडियो जो कि देहरादून के आईएसबीटी में लिया गया है जिसमें अवैध खनन व ओवरलोडिंग के वाहन बेधड़क चलते दिखाई दे रहे हैं यह आप देख सकते हैं। इसमें कई वाहनों ने तो अपनी नम्बर प्लेटों पर छेड़खानी तक कर रखी है जिससे कि वाहनों के नंबर पूरी तरह से स्पष्ट ना दिखाई दे सकें।
हैरानी कीबात यह है कि जब हिमाचल प्रदेश के स्टोन क्रशरों से यमुना नदी के रास्ते ढलीपुर खनन पट्टे से होते हुए अवैध खनन लाने वाले ये वाहन पछवा दून के विकासनगर, सहसपुर, सेलाकुई, प्रेमनगर और पटेलनगर थाने की सीमाओं को पार करते राजधानी देहरादून में प्रवेश करते हैं। रास्ते में पडने वाले हर थाने की कम से कम एक पुलिस चौकी तो जरूर पड़ती है पर हर कोई अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता हुआ नजर आता है और गेंद को एक दूसरे के पाले में डाल देता है।
दो दिन पहले ही नंदा की चौकी जंगलात बैरियर पर जब ओवरलोड भरे वाहन संख्या UK07CD-0156 को रोका गया तो ड्राइवर रमन्ना और कांटा पर्ची जंगलात बैरियर पर ही छोड़कर अपने डंपर को लेकर भाग खड़ा हुआ आखिर क्यों पुलिस प्रशासन और संबंधित विभाग अवैध खनन व ओवरलोडिंग के इस खेल को रोक नहीं पा रहे हैं या यूं कहें कि कुछ भितरघातियों की वजह से पूरे विभाग की बदनामी हो रही है। अवैध खनन से भरे ये ओवरलोड ट्रक जब सड़कों पर दौड़ते हैं तो इसमें प्रदेश की टैक्स चोरी तो होती ही है साथ ही आप अगर पिछले 5 सालों में देहरादून से पोंटा साहिब जाने वाली सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं का आंकड़ा उठा कर देखेंगे तो आप स्वयं समझ जाएंगे कि यह कितना गलत काम पुलिस व प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है। अब देखते हैं कि पुलिस व प्रशासन कब अपनी आंखे खोलता है व कब यह अवैध धंधा बंद होता है या ऐसे ही अवैध खनन करने वालों के हौसले बुलंद रहेंगे।