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देहरादून एसटीएफ ने छापेमारी में किया फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 17 गिरफ्तार

देहरादून में फर्जी कॉल सेंटरों का बड़ा कारोबार चल रहा है। जब एसटीएफ ने अपनी कार्रवाई शुरू की, तो चार दिनों में तीन बड़े फर्जी कॉल सेंटर पकड़ में आये हैं। वहीं कई कॉल सेंटर एसटीएफ की रडार पर भी हैं। शहर के भीतर कई ऐसे कॉल सेंटर हैं जो करोड़ों की ठगी कर रहे हैं।हालांकि जब एसटीएफ को ऐसी सूचनाएं मिली तो फौरन कार्रवाई तेज की गई।वहीं पिछले चार दिनों में तीन ऐसे कॉल सेंटरों पर रेड मारी गई है, वहीं 17 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।

इन योजनाओं के नाम पर ठगी

•पीएम योजना के नाम पर झांसा देकर ठगी

•लोन दिलाने के नाम पर ब्याज में भारी छूट

•मोबाइल टॉवर लगाने के नाम पर मोटी रकम देने का लालच

•घर बैठे पैसे कमाने का लालच

•कंप्यूटर पर एंटीवायरस अपडेट के नाम पर ठगी

•लोन दिलाने के नाम पर ठगा

एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गये तीन फर्जी कॉल सेंटरों में एक कॉल सेंटर से विदेशों में ठगी की जा रही थी। वहीं दो फर्जी सेंटर डोमेस्टिक हैं।ये शातिर ठग बड़ी कंपनियों का फर्जी प्रतिनिधि बनकर लोगों को झांसे में लेते थे. देहरादून से विदेश में ठगी करने वाला गिरोह अभी तक करोड़ों की ठगी को अंजाम दे चुका है।वहीं दो अन्य सेंटरों में पीएम योजनाओं के नाम पर और लोन दिलाने के नाम आदि पर लोगों को ठगा जा रहा था।

एसटीएफ की युवाओं से अपील

एसटीएफ के सीओ अंकुश मिश्रा ने कहा कि “ये बात तब और ज्यादा गंभीर हो जाती है जब इस रैकेट के साथ आज के बेरोजगार युवा पैसे के लालच में जुड़कर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। कई युवा पहले नौकरी के लिए यहां काम करते हैं और फिर इसी फर्जीवाड़े में पैसे के लालच में इसको पेशा बना रहे हैं।एसटीएफ ने युवाओं से अपील भी की है, कि ऐसी जगहों पर नौकरी करने से पहले उस जगह का सत्यापन कर लें।एसटीएफ ने ऐसे युवाओं से ये भी कहा, कि अगर वो कहीं ऐसी जगह नौकरी कर रहे हैं, जहां ऐसा फर्जीवाड़ा चल रहा है, तो ऐसे में पुलिस को सूचना देकर कार्रवाई में सहयोग करें।

कॉलेज से पास आउट को संदेश

सीओ एसटीएफ अंकुश मिश्रा का कहना है कि जब युवा कॉलेज से पास आउट होते हैं, मैं उन्हें ये संदेश देना चाहुंगा कि जब भी आप जॉब लेते हैं। सबसे पहले सत्यापन करें कि जो व्यक्ति जॉब पर रख रहा है, वो क्या काम करता है।क्या उसके पास इस काम को करने का लाइसेंस है. साथ ही आपको समझ में आना चाहिए कि आपसे जो काम करवाया जाता है, भले ही वो कॉलिंग करवाई जा रही है, तो आपको समझना चाहिए कि काम कितना जायज या कितना नाजायज है। आप किसी को भी कोई फर्जी स्कीम, लोन स्पेशली जो इंटरनेशनल कॉल सेंटर में काम कर रहे हैं, उन्हें ये जरुर समझना चाहिए की आपको सैलरी जरुर मिल रही है।

एसटीएफ की कार्रवाई लगातार जारी

इसके साथ ही अंकुश मिश्रा ने कहा एक बार वहां जो भी मालिक है उनसे चैक करा लें कि उनको उस चीज का लाइसेंस मिला है कि नही। क्या उन्हें माइक्रोसॉप्ट ने सर्टिफाईड किया है कि क्या उन्हें किसी कम्पनी ने सर्टिफाइड किया है. जो वो कस्टमर्स से बोलने के लिए कह रहे हैं कि क्या वो जैनवन है की नहीं, अगर आपको कभी भी कोई संदेह हो तो तुरन्त पुलिस को सूचना दें। एसटीएफ की कार्रवाई लगातार जारी है, अभी कई फर्जी कॉल सेंटर एसटीएफ की रडार पर भी हैं. कार्रवाई से ये तो साफ है कि ये धंधा बड़े स्तर पर देहरादून में संचालित हो रहा है और इसमें कई ऐसे लोग भी शामिल हो सकते हैं, जो अभी एसटीएफ की गिरफ्त से बाहर हों. लेकिन ऐसी जगहों पर काम करने वाले युवा अगर पुलिस का सहयोग करें तो ही, कॉल सेंटरों के नाम पर फर्जी कारोबार के इस बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हो सकता है।

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