विकासनगर– हरबर्टपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में कुछ दिन पहले एक युवक के द्वारा एक बुजुर्ग को उसके घर के सामने मारपीट करने व बुजुर्ग के बचाव में आई घर की महिलाओं के साथ भी मारपीट और अभद्र भाषा का प्रयोग करने का मामला सामने आया था जिसको लेकर पीड़ित पक्ष हरबर्टपुर पुलिस चौकी में अपनी शिकायत दर्ज कराने पहुंचा था जहां पुलिस द्वारा उनके साथ पक्षपात का आरोप पीड़ित पक्ष के द्वारा लगाया गया पीड़ित पक्ष के द्वारा बताया गया कि पुलिस चौकी क्षेत्र में ही उन पर समझौते का दबाव बनाया जाने लगा लेकिन उच्च अधिकारियों को पीड़ित पक्ष के द्वारा मामले की पूरी जानकारी दे दी गई थी जिस कारण हरबर्टपुर पुलिस ने ना चाहते हुए आरोपी युवक के खिलाफ बहुत ही हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था लेकिन पीड़ित पक्ष को घटना के 3 दिन बाद पता चला कि पीड़ित पक्ष यानी कि बुजुर्ग और बुजुर्ग को बचाने आई घर की दो महिलाओं के खिलाफ भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है जिससे पीड़ित पक्ष को बहुत ही मानसिक ठेस पहुंची है पीड़ित पक्ष का आरोप है कि हरबर्टपुर पुलिस के द्वारा उनके साथ पक्षपात किया गया इससे पुलिस की मंशा साफ नजर आती है कि पीड़ित पक्ष दबाव में आकर समझौते के लिए राजी हो जाए लेकिन पीड़ित पक्ष ने एसएसपी देहरादून से गुहार लगाई है कि पीड़ित पक्ष को इंसाफ दिलाया जाए साथ ही एसएसपी देहरादून को घटना की सीसीटीवी फुटेज भी व्हाट्सएप के माध्यम से भेजी है। पीड़ित पक्ष ने पुलिस कप्तान देहरादून पर भरोसा जताया है कि उनके द्वारा पीड़ित पक्ष के साथ इंसाफ जरूर किया जाएगा।
यदि पुलिस इसी तरह से पीड़ितों पर मुकदमे दर्ज कर उनको डराती रही तो पीड़ित पक्ष अपनी शिकायत ले जाते हुए भी डरेगा और दोषियों के हौसले बुलंद होंगे और क्षेत्र में क्राइम का माहौल बढ़ेगा और पुलिस के प्रति लोगों का विश्वास घटेगा। पुलिस दोषियों और शरारती तत्वों का इसी तरह से सहयोग करती रहेगी तो शरारती व अराजक तत्वों के हौसले क्षेत्र में बुलंद हो जाएंगे और ऐसे लोग किसी के भी घर में घुस कर किसी भी तरह की बड़ी वारदात को अंजाम देने लगेंगे क्योंकि उनको यह मालूम होगा कि पुलिस द्वारा उनका पक्ष ही लिया जाएगा जबकि पुलिस को चाहिए कि बिना किसी निजी स्वार्थ के,बिना किसी दबाव के और बिना किसी भेदभाव के अपने कर्तव्यों व जिम्मेदारी का पालन करना चाहिए जिससे कि पुलिस के प्रति आम जन का विश्वास बढ़े और दोषियों व शरारती तत्वों में पुलिस का खौफ पैदा हो।