उत्तराखंड की राजधानी देहरादूनमें लगातार बढ़ते ट्रैफिक प्रेशर के बीच पुलिस ने ड्रोन कैमरे की मदद से चालान की कार्रवाई शुरू की है।उत्तराखंड पुलिस ने ड्रोन में एनपीआर कैमरा लगाकर हैवी ट्रैफिक वाली सड़कों पर निगरानी शुरू कर दी है. पुलिस ने इन सड़कों पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के चालान शुरू कर दिए हैं. यह चालान ऑटोमेटिक सिस्टम के जरिए किए जा रहे हैं. इसके लिए पुलिस ने फिलहाल दो ड्रोन उड़ाएं हैं, हालांकि निकट भविष्य में इनकी संख्या और बढ़ाने की योजना है.
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक देहरादून में ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. ज्यादातर स्थानों पर जाम की समस्या ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की वजह से बन रही है. चूंकि शहर में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं हैं. ऐसे में लोग सड़क पर ही वाहन पार्क करने लग जाते हैं. ऐसे हालात में जाम लगता है. ऐसे वाहनों की पहचान कर उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई के लिए पुलिस ने फिलहाल दो ड्रोन उड़ाए हैं. इन दोनों ड्रोन में एनपीआर कैमरे लगाए गए हैं. इन कैमरों से वाहनों के नंबर प्लेट पढ़ कर चालान की कार्रवाई की जा रही है.
क्या होता है एनपीआर कैमरा
एनपीआर कैमरा असल में नंबर प्लेट रीडर कैमरा होता है. इस कैमरे का इस्तेमाल आम तौर पर ट्रैफिक पुलिस ही करती है. इस कैमरे से वाहनों के रजिस्ट्रेशन प्लेट को आसानी से पढ़ा जा सकता है. आम तौर पर सामान्य कैमरे से वाहनों के नंबर प्लेट पढ़ने में असुविधा होती है. ड्रोन इंजीनियर सौरभ कुमार ने बताया कि हर दिन 10 से 15 चालान हो रहे हैं. इन दोनों ड्रोन की मदद से एसएसपी ऑफिस से 5 से 7 किलोमीटर के रेडियस में मॉनिटरिंग की जाती है. इसके अलावा कहीं पर भी कोई वीवीआईपी दौरा या कार्यक्रम हो तो भी इन ड्रोन की मदद से मौके पर नजर रखी जाती है.
200 फुट की ऊंचाई से निगरानी संभव
ड्रोन इंजीनियर सौरभ कुमार ने बताया कि इस ड्रोन में हाई डेफिनेशन कैमरे लगे हैं. इन कैमरों को जूम करके 200 फीट की ऊंचाई से सड़क पर खड़ी गाड़ी के नंबर प्लेट को आसानी से पढ़ा जा सकता है. यह कैमरा इतनी ही ऊंचाई से फोटो खींचकर सर्वर रूम को भेज देगा. वहीं सर्वर रूम में फोटो रिसीव होते ही ऑटोमेटिक सिस्टम के जरिए संबंधित वाहन मालिक के नाम चालान कट जाएगा. इससे तत्काल एक मैसेज वाहन मालिक के मोबाइल पर और दूसरा हेडक्वार्टर को मिलेगा.
फिलहाल नो पार्किंग पर नजर
एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने बताया कि फिलहाल पुलिस का फोकस नो पार्किंग में खड़ी गाड़ियों पर है. लेकिन जल्द ही इसका विस्तार किया जाएगा. पुलिस चौक चौराहों पर भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का चालान कर सकेगी. इसके लिए जल्द ही शहर में ड्रोन की संख्या को बढ़ाया जाएगा.