देहरादून वाहनों की ऑटोमेटिक फिटनेस, डीजल-पेट्रोल वाले ऑटो-रिक्शा और विक्रम वाहनों को सड़क से बाहर करने के फैसले का विरोध थम नहीं रहा है। उत्तराखंड विक्रम और ऑटो-रिक्शा परिवहन महासंघ पांच दिसंबर को दून में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगा। इसमें दून के साथ ही ऋषिकेश, विकासनगर और हरिद्वार के वाहन संचालक भी शामिल होंगे।
महासंघ के महामंत्री इंद्रजीत कुकरेजा ने कहा कि आरटीए ने डीजल और पेट्रोल से चलने वाले दस साल या इससे पुराने ऑटो-रिक्शा और विक्रम को मार्च 2023 और बाकी बचे वाहनों को दिसंबर 2023 तक सड़क से बाहर करने का फैसला लिया है। यह फैसला इस कारोबार से जुड़े हजारों लोगों की रोजी-रोटी छीनने वाला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जल्द ही फैसला वापस लेने की मांग की है। दून ऑटो-रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने डोईवाला में ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर खोलने का भी विरोध किया। कहा कि जब तक फिटनेस सेंटर शहर के पास नहीं खुल जाता तब तक पूर्व की भांति वाहनों की मैनुअल फिटनेस की जाए। कहा कि पांच दिसंबर को दून, हरिद्वार, लक्सर, रुड़की, झबरेड़ा, विकासनगर और ऋषिकेश के ऑटो-विक्रम संचालन दून में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। लैंसडाउन चौक पर सरकार का पुतला दहन किया जाएगा। यदि इसके बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी।