उत्तराखंड: पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोपियों ने अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र अलग-अलग कीमत पर बेचा. अब तक की जांच में पता चला है कि पेपर के लिए एक अभ्यर्थी से सर्वाधिक 18 लाख रुपये वसूले गए.एसआईटी की अभ्यर्थियों से पूछताछ में पेपर आठ लाख से 18 लाख रुपये तक बेचने की पुष्टि हुई है.
ऐसे मिली जानकारी पटवारी-लेखपाल परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच में एसआईटी को कई जानकारियां मिली हैं. दरअसल यह मामला सामने आने के बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की थी. इस दौरान एसटीएफ को एक रजिस्टर मिला जिसमें कुछ अभ्यर्थियों के रोल नंबर लिखे हुए थे. किसी का नाम नहीं लिखा था. बाद में मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई तो एसटीएफ ने उक्त रजिस्टर उसे दे दिया. एसटीएफ ने सभी रोल नंबर, लोक सेवा आयोग को भेजकर उनकी डिटेल निकलवाई. इसमें जिन अभ्यर्थियों के नाम सामने आए, एसआईटी उन्हें एक एक कर पूछताछ के लिए बुला रही है. इस क्रम में चार अभ्यर्थियों से पूछताछ की गई. इस दौरान पेपर की कीमत को लेकर अभ्यर्थियों ने अलग अलग जानकारी दी. इनमें एक अभ्यर्थी ने पेपर के एवज में आठ लाख, दूसरे ने 12 लाख, तीसरे ने 14 और चौथे ने 18 लाख रुपये देने की जानकारी दी. इस संबंध में एसआईटी प्रभारी रेखा यादव ने बताया कि कुछ अभ्यर्थियों से पूछताछ की गई है. उनसे जानकारियां जुटाई जा रही हैं. जल्द ही कुछ और अभ्यर्थियों से पूछताछ की गई है. उनसे जानकारियां जुटाई जा रही हैं. जल्द ही कुछ और अभ्यर्थियों से भी पूछताछ की जाएगी.