देहरादून: राजधानी देहरादून के कैंट थाना क्षेत्र में अवैध खनन करने के दौरान सिपाही पर ट्रैक्टर चढ़ाने के मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है. शायद यही कारण है कि अब इस मामले में एसपी क्राइम को प्रकरण की जांच देते हुए थाना प्रभारी विनय कुमार सैनी को हटाने के आदेश कर दिए गए हैं.
एक दिन पहले ही कैंट थाना क्षेत्र में खनन माफिया द्वारा सिपाही पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रकरण सामने आया तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. फौरन पुलिस ने इस खनन माफिया और उसके साथियों की धरपकड़ के प्रयास भी शुरू कर दिए, लेकिन अवैध खनन क्षेत्र में पहुंचे सिपाही की भूमिका पर भी सवाल खड़े होने लगे.
इस पूरे मामले में अब कहानी ने नया मोड़ लिया और पुलिस की भूमिका भी रडार में आ गई. इस पूरे प्रकरण पर सवाल उठने लगे कि आखिरकार सिपाही अकेले अवैध खनन करने वाले ट्रैक्टर के पास कैसे पहुंच गया? जाहिर है कि अब इस पूरे मामले पर कैंट थाना सवालों के घेरे में है और मामले में पुलिस की भूमिका बेहद संदिग्ध है. इसी बात को समझते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अब इस पूरे प्रकरण की जांच एसपी क्राइम को देने के आदेश दे दिए हैं.
यही नहीं पहली बार किसी थाने की जिम्मेदारी संभालने वाले विनय कुमार सैनी को भी थाने से हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं. बताया गया है कि जांच निष्पक्ष तरह से हो सके और इसे प्रभावित न किया जाए इसके लिए थाना प्रभारी विनय कुमार सैनी को हटाया गया है.
इसके अलावा डीजीपी अशोक कुमार ने अवैध खनन करने वाले खनन माफिया के चार सदस्यों की फौरन गिरफ्तारी के निर्देश भी दिए हैं. हालांकि मुख्य आरोपी शमीम को गिरफ्तार कर लिया हैं. तीन आरोपियों की तलाश जारी है.