उत्तराखंड में बुधवार दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और बारिश शुरू हो गई। राजधानी देहरादून में बूंदाबांदी हुई तो मसूरी में जमकर बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। वहीं, यमुनोत्री घाटी और कुमाऊं में पिथौरागढ़, बागेश्व व नैनीताल में भी जमकर बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अगले पांच दिन मौसम में उलटफेर की संभावना जताई है। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की भी संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में 16 से 20 फरवरी तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके साथ ही ओलावृष्टि और बिजली गिरने से जान-माल के खतरे की संभावना बन सकती है। वहीं, मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा। हल्की बारिश और तापमान में कमी आने के साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
केदारनाथ धाम में बीते एक सप्ताह से दोपहर बाद खराब हो रहे मौसम के बावजूद मंदिर परिसर और मंदिर मार्ग पर जमा बर्फ तेजी से पिघल रही है। यहां अब दो फीट तक बर्फ रह गई है। दूसरी तरफ गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली से केदारनाथ तक बर्फ हटाने का कार्य जोरों पर चल रहा है।