विकासनगर-कालिंदी अस्पताल के चेयरमैन व अन्य पर आयुष्मान कार्ड धारकों के नाम पर धोखाधड़ी फर्जीवाड़ा कर निशुल्क इलाज के फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी धन हड़पने के आरोप में पुलिस ने किया गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अपर सचिव अतुल जोशी के द्वारा पुलिस को एक तहरीर दी कि कालिंदी हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट विकासनगर ने करीब 243 आयुष्मान कार्ड धारकों का निशुल्क इलाज करके उपचार की धनराशि का क्लेम प्राप्त किया। आरोप है कि अस्पताल के चेयरमैन/सीईओ सतीश कुमार जैन तथा अन्य व्यक्तियों द्वारा डॉ. एचएस रावत के फर्जी हस्ताक्षर कर क्लेम के कागजात तैयार किए गए।
पुलिस क्षेत्राधिकारी भास्कर शाह ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण अपर निदेशक अतुल जोशी की तहरीर के आधार पर जिसमें कहा गया है कि भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाएं जो अटल आयुष्मान कार्ड धारकों को निशुल्क दी जाती हैं उनके नाम पर फर्जी तरीके से स्पेशलिस्ट डॉक्टर से इलाज दिखाकर और फर्जी बिल बनाकर सरकार से धोखाधड़ी करते हुए क्लेम की रकम प्राप्त की गई जिस संबंध में कालिंदी अस्पताल के चेयरमैन सतीश जैन और उनके सहयोगियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना की जा रही है।
वही कालिंदी अस्पताल के चेयरमैन आरोपी सतीश जैन का कहना है कि उन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं 9 मार्च को उन्हें राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की तरफ से एक नोटिस प्राप्त होता है और 13 मार्च को पेनल्टी लगा दी गई और अब उनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया सतीश जैन का कहना था कि उनका पक्ष सुना ही नहीं गया वह खुद चाहते हैं कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की जाए जिससे दूध का दूध पानी का पानी हो जाए।