डीजीपी अशोक कुमार ने देहरादून में सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शनिवार को एसएसपी कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की और मिशन हौसला के तहत काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस समय लोगों की जरूरत ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाएं हैं। इन्हें ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जल्द से जल्द पहुंचाने की प्राथमिकता होनी चाहिए।
डीजीपी ने कहा कि यदि देहरादून में सख्ती बरती जाती है तो इसका असर पूरे प्रदेश में होगा। क्योंकि, प्रदेश की राजधानी होने के नाते सभी जिले इसका अनुसरण करते हैं।
साथ ही यहां पर संक्रमित लोगों की संख्या भी ज्यादा है। डीजीपी की बैठक के बाद एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने सभी एएसपी, सीओ और थानाध्यक्षों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सख्ती बढ़ाने की जरूरत है। जो लोग बेवजह शहर में घूम रहे हैं उनके खिलाफ चालान के साथ मुकदमे की कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही उनसे पूछताछ इस स्तर की हो कि उन्हें अपनी गलती का अहसास हो।
सीओ को अपने अपने थाना क्षेत्रों में पर्यवेक्षण बढ़ाने के निर्देश दिए मिशन हौसले के तहत ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाएं व अन्य उपकरणों को तत्काल लोगों तक मुहैया कराया जाए। साथ ही कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए थाना चौकी पुलिस को अपने मुखबिर तंत्र को पहले से अधिक सक्रिय करना होगा। एसएसपी ने सभी सीओ को अपने अपने थाना क्षेत्रों में पर्यवेक्षण बढ़ाने के निर्देश दिए।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
डीजीपी ने कहा कि पिछले साल लोगों की जरूरत भोजन थी, लेकिन इस साल ऑक्सीजन है। इसके अलावा अन्य जरूरी दवाएं हैं। इसी प्राथमिकता को नजर में रखते हुए पुलिस को मिशन हौसला आगे बढ़ाने की जरूरत है। इसमें यदि लापरवाही सामने आई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रासुका में होगी कार्रवाई
प्रदेश में जो लोग कालाबाजारी में गिरफ्तार हो रहे हैं। उनके खिलाफ रासुका लगाया जाएगा। राष्ट्रीय आपदा के दौरान इस तरह के घिनौने कामों को करने के लिए यह सबसे उपयुक्त सजा है। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं।