विकासनगर-सरकार द्वारा बाहरी राज्य से धुलि बजरी लाने पर प्रतिबंध लगाने के बाद प्रतिबंधित धुली बजरी के दाम आसमान छू रहे हैं जिसके चलते मोटर मालिक हिमाचल राज्य से अपने वाहनों में प्रतिबंधित धुली बजरी ला रहे हैं। जिसमें कुल्हाल बॉर्डर पर जंगलात चेकपोस्ट में तैनात वन कर्मी लगातार हिमाचल से आने वाले प्रत्येक वाहनों में भरी खनन सामग्री को खोद खोद कर जांच पड़ताल कर रहे हैं फिर भी पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी कि हिमाचल राज्य के पांवटा साहिब से भारी संख्या में कुल्हाल के रास्ते वाहनों में धुली बजरी लाई जा रही है जबकि कुल्हाल पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ पूरी पूरी रात ओवरलोड की जांच हेतु प्रत्येक वाहनों का तोल कांटा करवा रही है जिससे कि वाहनों में ओवरलोड खनन सामग्री ना जाने पाए।
लगातार धुली बजरी की शिकायत मिलने के बाद कुल्हाल पुलिस ने तोल कांटे की जांच के साथ-साथ 2 मजदूर दिहाड़ी पर रखकर प्रत्येक वाहनों को खोद खोद कर जांच की तो 4 वाहनों में डस्ट के नीचे छुपा कर लाई जा रही धुली बजरी पाई गई जिन सभी वाहनों को पुलिस द्वारा सीज करने व नियम अनुसार कार्यवाही करने की बात कही गई। पुलिस द्वारा इस कार्यवाही से मोटर मालिकों में हड़कंप मच गया और कुछ ने तो अपने वाहन पुलिस की चेकिंग के डर से पीछे ही रोक दिए और कुछ वाहन तो उत्तराखंड की सीमा में घुसे ही नहीं जिससे कि पुलिस की पकड़ से बच जा सके।
कुल्हाल चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार सैनी के द्वारा बताया गया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश अनुसार प्रत्येक वाहनों में ओवरलोड की जांच हेतु एक पुलिस टीम का गठन किया गया है। उक्त टीम के द्वारा प्रत्येक वाहनों का तोल कांटा माजरी में स्थित कुल्हाल पुलिस चौकी से 3 किलोमीटर की दूरी पर करवाया जाता है। कुछ दिनों से लगातार शिकायत मिल रही थी कि कुल्हाल बॉर्डर के रास्ते भारी संख्या में वाहनों में प्रतिबंधित धुली बजरी भरकर लाई जा रही है जिसके चलते चौकी प्रभारी प्रवीण सैनी खुद पुलिस टीम को लेकर पूरी मुस्तैदी के साथ ओवरलोड और प्रतिबंधित खनन सामग्री की प्रत्येक वाहनों में खोद कर जांच पड़ताल की गई तो 4 वाहनों में धुली बजरी डस्ट के नीचे छुपा कर ले जाई जा रही थी उक्त सभी वाहनों को सीज कर आगे की नियम अनुसार कार्रवाई की जा रही है और यह अभियान लगातार इसी प्रकार से जारी रहेगा।पुलिस ने डस्ट के नीचे छुपाकर लाई जा रही धुली बजरी की 4 गाड़ियों को किया सीज।
पुलिस तो अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ कर रही है जिसे देखा जा सकता है कि पुलिस द्वारा ओवरलोड की जांच पड़ताल से ओवरलोड पर अंकुश लग चुका है और पुलिस द्वारा अपनी एक रात की प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी की जांच में चार वाहनों को प्रतिबंधित खनन सामग्री में भी पकड़ लिया जाता है।
जबकि उक्त वाहन कुल्हाल जंगलात चेकपोस्ट पर तैनात वन कर्मियों की जांच के बाद रवाना हुए थे ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या वन विभाग के कर्मचारी जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं या फिर मिलीभगत कर गाड़ियों को पास करा रहे हैं। कुल्हाल जंगलात चेकपोस्ट पिछले कुछ समय से लापरवाही और संलिप्ता पाए जाने की वजह से काफी बदनाम रहा है जिसके चलते वहां का पूरा पूरा स्टाफ ही कई बार बदल दिया गया लेकिन बात समझ से परे है कि ऐसी क्या मजबूरी कुल्हाल जंगलात चेक पोस्ट पर तैनात कर्मियों की हो जाती है कि वह हमेशा संदेह के दायरे में ही आ जाते हैं।
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