विकासनगर-यमुना नदी में यूं तो कहने को खनन पूर्ण रूप से बंद है और ना ही यमुना नदी में इन दिनों कोई खनन पट्टा संचालित है बावजूद इसके यमुना नदी से अवैध खनन के भरे ट्रैक्टर ट्रॉली निकलते साफ देखे जा सकते हैं और यह अवैध खनन का खेल कोई रात के अंधेरे में नहीं चल रहा है बल्कि दिन के उजाले में ही खनन माफिया अवैध खनन के इस खेल को अंजाम दे रहे हैं यही नहीं खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि सरकार द्वारा हिमाचल राज्य से प्रतिबंधित की गई खनन सामग्री को नदी पार लगे हिमाचल के क्रेशर प्लांट से अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा है ।
आपको बता दें कि कोतवाली विकासनगर क्षेत्र अंतर्गत भीमावाला नौघाट के रास्ते पडने वाली यमुना नदी में खनन माफिया बेखौफ होकर बिना किसी भय के या यूं कहें की प्रशासन से मिलीभगत के चलते दिन रात यमुना नदी का सीना बेतरतीब तरीके से चीर कर अवैध खनन का कार्य कर रहे हैं और नदी पार हिमाचल प्रदेश में लगे स्टोन क्रेशर से प्रतिबंधित खनन सामग्री को अवैध रूप से राज्य में लाया जा रहा है जिससे रोजाना सरकार को लाखों रुपए के राजस्व की हानि पहुंचा कर खनन माफिया अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं और ऐसा हो नहीं सकता कि प्रशासन को इसकी जानकारी ना हो जो दिन-रात अवैध खनन का कार्य बदस्तूर जारी है और प्रशासन कुंभकरण की नींद सो रहा है। आखिर कहां सो रहे हैं संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी जिनको सरकार के द्वारा अवैध खनन को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।