सहसपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत हसनपुर से लगती आसन नदी क्षेत्र में लंबे समय से खनन माफियाओं के इशारे पर अवैध खनन का कार्य चल रहा था। मंगलवार की बीती रात अवैध खनन की सूचना पर सहसपुर थाना पुलिस टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की जिसमें जेसीबी मशीन और एक डंपर आसन नदी में अवैध खनन करता हुआ पाया गया सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार पुलिस टीम को देखकर जेसीबी के ड्राइवर ने जेसीबी मशीन को भगाने की कोशिश की पुलिस टीम ने बमुश्किल जेसीबी मशीन पर काबू पाया और पुलिस टीम दोनों वाहनों को लेकर सहसपुर थाना पहुंची।
सहसपुर थाना अध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि रात्रि छापेमारी में जेसीबी मशीन और डंपर को आसन नदी में खड़े पाया गया जिसको ड्राइवर के भाग जाने के बाद सहसपुर थाना परिसर में लाकर एम वी एक्ट में सीज करने की कार्रवाई की गई है हालांकि खनन माफिया और दोनों ड्राइवर पुलिस की पकड़ से बच निकले।
अब यहां सवाल यह उठता है कि जब आसन नदी में जेसीबी मशीन और डंपर रात्रि के समय में खड़े पाए गए और ड्राइवर के द्वारा पुलिस टीम को देखकर भागने की कोशिश की गई और फिर दोनों ड्राइवर अपने वाहन छोड़कर भाग निकले तब पुलिस का सिर्फ दोनों वाहनों पर एम वी एक्ट की कार्यवाही करना कितना उचित है जबकि नियम अनुसार यदि कोई जेसीबी मशीन और डंपर रात्रि के समय नदी में पाए जाते हैं और ड्राइवर भाग निकलता है तो उक्त वाहन पर लावारिस और अवैध खनन में कार्यवाही की जाती है ना कि सिर्फ एम वी एक्ट में। पुलिस की इस तरह की अवैध खनन के विरुद्ध मामूली कार्यवाही से खनन माफियाओं के हौसले और बुलंद हो रहे हैं।अवैध खनन के इस खेल में स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के भी आरोप लग रहे हैं।