छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने हरिद्वार के पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर को गिरफ्तार कर लिया है। एसआईटी से जुड़े 55 मुकदमों में अनुराग शंखधर का नाम है।
समाज कल्याण विभाग ने अनुराग शंखधर को निलंबित किया हुआ है। इससे पहले भी शंखधर को एसआईटी ने गिरफ्तार किया था। आरोपी को नई दिल्ली से गिरफ्तार कर देहरादून कोर्ट में पेश किया जा रहा है। अनुराग शंखधर उप परियोजना निदेशक के पद पर तैनात थे।
देहरादून के पूर्व समाज कल्याण अधिकारी रामवतार भी गिरफ्तार
इससे पहले घोटाले में एसआईटी ने देहरादून के पूर्व समाज कल्याण अधिकारी रामवतार को गिरफ्तार किया था। रामवतार सिंह के खिलाफ डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने पद पर रहते हुए सहारनपुर के एक इंस्टीट्यूट को फर्जी तरीके से करीब 27 लाख रुपये की छात्रवृत्ति जारी की। इस छात्रवृत्ति की इंस्टीट्यूट के मालिकों और अधिकारियों ने बंदरबांट कर ली।
60 शैक्षिक संस्थान और 70 दलालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज
ऊधमसिंह नगर जिले के 13 थानों में यूपी और अन्य राज्यों के 60 शैक्षिक संस्थान और 70 दलालों के खिलाफ छात्रवृत्ति घोटाले के मुकदमे दर्ज हैं। शैक्षिक संस्थानों ने एससी, एसटी और ओबीसी के तीन हजार विद्यार्थियों के नाम पर 14 करोड़ रुपये डकार लिए थे।
एसआईटी की ओर से विद्यार्थियों के दस्तावेजों के भौतिक सत्यापन में घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया था। थानों में केस दर्ज होने पर जांच एसआईटी के बाद पुलिस क्षेत्राधिकारियों के पाले में चली गई है।