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जीएमवीएन के खनन पट्टे की आड़ में यमुना नदी में किया जा रहा अवैध खनन

विकासनगर: सरकार ने भले ही खनन कार्य करने के लिए पट्टे आवंटित किए हैं लेकिन फिर भी खनन कार्य करने वालों को अवैध खनन में मुनाफा ज्यादा नजर आता है इसलिए पट्टा स्वामी अपनी लीज की सीमा से बाहर यमुना नदी में अवैध खनन करवा रहा है।

आपको बता दें कि कुल्हाल क्षेत्र में एक जीएमवीएन का यमुना नदी में खनन कार्य करने के लिए खनन पट्टा आवंटित है वह बात अलग है कि पट्टे में खनन सामग्री नहीं है। पट्टा स्वामी अपनी सीमा से बाहर यमुना नदी में मटक माजरी तक अवैध रूप से खनन सामग्री को ट्रैक्टर ट्रॉली में भरवा कर उत्तराखंड हिमाचल पुल के नीचे नीचे के रास्ते अपने पट्टे के पास भंडारण करवा रहा है जहां से वह उस खनन सामग्री को डंपरों में भरवाकर बेचता है जोकि पूर्णतया अवैध है। आखिर किसने इस पट्टा स्वामी को पूरी नदी में अवैध खनन करने की अनुमति दी हुई है और किसने पट्टा स्वामी को इतनी अधिक मात्रा में खनन सामग्री का भंडारण करने की अनुमति दी हुई है और जो भंडारण इस पट्टा स्वामी के द्वारा करवाया जा रहा है वह भी पंचायती भूमि किया जा रहा है यहां तक की उक्त खनन पट्टे पर जो तोल कांटा लगा हुआ है वह भी पट्टे के अंदर ना होकर ग्राम समाज की भूमि पर लगाया गया है।

अब यहां सवाल यह उठता है कि पट्टा स्वामी के ट्रैक्टर ट्राली पट्टे की लीज में लगे निशान के बाहर से मटक माजरी तक यमुना नदी में कीड़े मकोड़ों की तरह रेंगती हुई किसी को भी नजर आ जाएंगी लेकिन संबंधित विभाग और प्रशासन की इस पर कभी नजर पड़ती ही नहीं यहां तक कि उक्त खनन पट्टे से दिन रात खनन कार्य किया जा रहा है जबकि नियम यह है कि खनन पट्टे से रात्रि के समय किसी प्रकार का खनन कार्य करना अवैध व गैरकानूनी है खनन पट्टे से जो गाड़ियां खनन सामग्री भरकर निकलती है वह सभी ओवरलोड भरकर निकलती हैं और एक रबन्ने पर दिन में कई चक्कर इन वाहनों के द्वारा लगाए जाते हैं जिसमें पटा स्वामी रमन्ना तो एक काटता है लेकिन प्रति चक्कर के हिसाब से वाहनों से आधी रकम वसूल ता है और अपनी जेब भरता है जिससे सरकार को रोजाना लाखों करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि उठानी पड़ रही है।

पट्टा स्वामी इतने बड़े पैमाने पर इलीगल माइनिंग कर रहा है और संबंधित विभाग खनन विभाग तहसील विभाग जंगलात विभाग पुलिस प्रशासन सब मूकदर्शक बने बैठे हुए हैं या यूं कहें अपनी मौन सहमति दिए हुए हैं। आखिर सरकार ने इन विभागों को जिम्मेदारी किस बात की सोंपी हुई है और इतनी मोटी मोटी तनख्वाह इन अधिकारी व कर्मचारियों को किस बात की दी जा रही है।

वही जब उप जिला अधिकारी विकास नगर से इस संबंध में बात की गई तो अब जिला अधिकारी महोदय के द्वारा कहां गया कि मामले की जांच कर आवश्यकता अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी।

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