सहसपुर-ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान शंकरपुर की भारती पहले शिकायत लेकर सहसपुर थाने पहुंची थी, लेकिन थाने में तैनात पुलिसकर्मियों ने उसकी तहरीर पर कार्रवाई करना तो दूर उसकी बात तक नहीं सुनी।यही नहीं उसकी तहरीर को रिसीव तक नहीं किया। तीन दिन बीतने के बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। थाना पुलिस की इस लापरवाही पर अब एसएसपी दलीप सिंह कंवर ने जांच करने के आदेश दिए हैं।
एसएसपी ने एसपी देहात कमलेश उपाध्याय से इस मामले में जल्द रिपोर्ट मांगी है। सहसपुर थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी भारती ने अपने मायके में एक नवंबर को फांसी लगाकर जान दे दी थी। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था, लेकिन भारती के परिजनों का कहना है कि उसके ससुराल वाले भारती को दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित कर रहे थे।
पिछले दिनों उसका पति सौरभ उसे मायके में छोड़कर चला गया था। भारती को उम्मीद थी कि गुस्सा शांत होगा तो वह उसे लेने आ जाएगा। ऐसा नहीं हुआ और उल्टे सौरभ ने उसे फोन पर भी धमकियां दीं। इस बात की शिकायत लेकर गत 29 अक्तूबर को भारती सहसपुर थाने पहुंची थी। यहां उसने लिखित तहरीर दी, लेकिन उसकी तहरीर रिसीव तक नहीं की गई।
परिजनों का आरोप है कि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसकी बात तक नहीं सुनी। वह कार्रवाई का इंतजार करती रही। लगातार उसके ससुराल वाले फोन पर ही उसे प्रताड़ित करने में लगे थे। अभी शादी को सात माह ही हुए थे। वह बेहद परेशान थी, तो उसने खुद को अकेला पाकर अपने मायके में ही फांसी लगा ली। इस पूरे मामले में बुधवार को एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने संज्ञान लिया है।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच एसपी देहात कमलेश उपाध्याय को दी गई है। उनसे इस मामले में जल्द ही रिपोर्ट तलब की जाएगी। इधर, जांच अधिकारी एसपी देहात कमलेश उपाध्याय का कहना है कि महिला 29 अक्तूबर को थाने आई थी। उसके साथ यहां पर क्या व्यवहार हुआ, इस बात की जांच की जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट भेज दी जाएगी। कार्रवाई और चेतावनी के बाद भी पुलिस अपने पुराने ढर्रे पर ही चल रही है। थाने पर आने वाले फरियादियों के साथ व्यवहार को लेकर डीजीपी अशोक कुमार कई बार नाराजगी जता चुके हैं। यही नहीं, कई जिलों में इस तरह के मामलों में कार्रवाई भी की जा चुकी हैं। डीजीपी तहरीर रिसीव करने के संबंध में दर्जनों बार आदेश जारी कर चुके हैं। बावजूद इसके इस तरह की शिकायतें लगातार आ रही हैं।