पछवादून क्षेत्र के सेलाकुई के पास आसन नदी में बेरोकटोक हो रहे अवैध खनन को लेकर स्थानीय लोगों ने रोष जताया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अवैध खनन कारोबार से जुड़े लोग आसन नदी से रोजाना 12 से 13 ट्रैक्टर ट्राली रेत-बजरी ले जा रहे हैं। इससे सरकार को रोजाना हजारों रुपये के राजस्व में चूना लग रहा है।
पुलिस-प्रशासन की निष्क्रियता के चलते पछवादून क्षेत्र में अवैध खनन के कारोबार से जुड़े लोग चांदी काट रहे हैं। तहसील क्षेत्र अंतर्गत सेलाकुई में तारकोल प्लांट के पीछे आसन नदी में बेरोकटोक हो रहे अवैध खनन को लेकर माफिया नदी का सीना चीर रहे हैं। दिन के उजाले में ही खनन माफियाओं के मजदूर नदी में जाली लगाकर रेता छानते नजर आते हैं जिसको खनन माफिया शाम होते ही ट्रैक्टर ट्रॉलीयों में भरकर निकल जाते हैं। खनन कारोबारी पिछले कुछ दिनों से सेलाकुई के पास आसन नदी से कई टन रेत-बजरी व पत्थर अवैध तरीके से खुलेआम ले जा रहे हैं। खनन कारोबारी यहां से 12 से 13 ट्रैक्टर ट्राली रोजाना रेत-बजरी व पत्थर की भरकर उसे ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं। खनन से भरी कई ट्रैक्टर ट्रालियों की रोजाना आवाजाही से बच्चों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। बेलगाम वाहनों की चपेट में आने से कई बार गांव के बच्चे हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचे हैं।आसन नदी में बेरोकटोक जारी अवैध खनन के चलते जहां एक ओर खनन कारोबारी चांदी काट रहे हैं वहीं, सरकार को रोजाना इससे हजारों रुपये राजस्व चूना लग रहा है।