उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। विपक्ष सड़कों से लेकर विधानसभा तक इस हत्याकांड को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी की सरकार पर हमला बोल रही है। साथ ही, अंकिता के परिजन भी लगातार न्याय की मांग उठा रहे हैं। इसी कड़ी में अंकिता भंडारी के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर उत्तराखंड हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी, जिसमें सीबीआई जांच वाली मांग खारिज कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने अर्जी को स्वीकार करते हुए राज्य सरकार से दो सप्ताह में जवाब मांगा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंकिता भंडारी के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट में दी अर्जी में बताया है कि उत्तराखंड सरकार ने अंकिता मर्डर की जांच के लिए SIT गठित की थी, लेकिन परिजनों का कहना है कि वे एसआईटी की जांच से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने आग्रह किया कि इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए ताकि अंकिता को न्याय मिल सके। उत्तराखंड हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका खारिज कर दी थी, इसलिए इस फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपने को कहा है। इसके बाद दो सप्ताह बाद मामले की अगली सुनवाई होगी।
कांग्रेसियों ने किया धरना-प्रदर्शन
कांग्रेस नेता यशपाल आर्या ने धामी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की बात कही। आर्या राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते दिखे। आर्या ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अंकिता भंडारी को न्याय मिलना चाहिए।