विकासनगर के सेलाकुई थाना क्षेत्र सारना नदी के रामसावाला में देवभूमि स्टोन क्रेशर प्लांट जमकर सभी मानको और नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए संचालित किया जा रहा है जो सभी मापदंडों व नियमों के विपरीत चल रहा है।
क्रेशर प्लांट में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों का खुले आम उल्लंघन किया जा रहा है।क्रेशर प्लांट पर पत्थर की कटिंग प्रक्रिया के दौरान उड़ने वाली धूल व गर्दो गुब्बार पर नियंत्रण के लिए मानक के अनुरूप डस्ट अरेस्टर की व्यवस्था नहीं की गई है। क्रेशर प्लांट में पत्थरों की क्रॉसिंग प्रक्रिया के दौरान पानी के छिड़काव और सुबह शाम सिंचाई की व्यवस्था भी नहीं की गई है तथा हरित पट्टी का भी विकसित नहीं की गई है इसके अलावा बिजली की खपत से संबंधित मीटर एवं जल की खपत की मात्रा के मापन हेतु इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फ्लो मीटर भी नहीं लगाया गया है उद्योग के संचालन में वायु प्रदूषण के नियमों का किसी प्रकार से पालन नहीं किया जा रहा है साथ ही क्रेशर प्लांट से निकलने वाली गंदगी कीचड़ को नदी में ही छोड़ जा रहा है जिससे सरना नदी को प्रदूषित करने का काम किया जा रहा है।
सूत्रों की माने तो देवभूमि क्रेशर प्लांट का संचालन प्लांट से सटी सरना नदी में क्रेशर प्लांट संचालक रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन लगाकर अवैध खनन सामग्री क्रेशर प्लांट पर एकत्रित करता है जिससे नदी बड़े-बड़े 20 से 25 फीट के गड्ढों में तब्दील हो चुकी है जो साफ-साफ दिखाई भी देते हैं इससे सरकार को रोजाना लाखों रुपए के राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है। वहीं अगर सूत्रों की माने तो क्रेशर प्लांट पर किसी प्रकार का फायर इक्विपमेंट भी उपलब्ध नहीं है।खनन विभाग,प्रदूषण विभाग और संबंधित सभी विभागों को चाहिए कि क्रेशर प्लांट की जांच करने में कोताही ना बरती जाए और निष्पक्ष जांच कर उक्त प्लांट पर अर्थ दंड लगाकर सीज करने की कार्रवाई की जाए।
सभी मानकों और नियमों का उल्लंघन कर संचालित हो रहा स्टोन क्रेशर प्लांट, रात के अंधेरे में उतारी जाती है जेसीबी मशीन
